Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Sanyamsagar
Publisher: Sanyamsagar

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Page 234
________________ अंक-प्राकृत संस्कृत गुनगती ४-मत्तंड. (मार्तण्ड) पु. सूर्य ४४५-मत्ता (मात्रा): स्त्री. थोडु (मर्दित) वि. मसळेल 191- मति (मन्त्रिन) पु. प्रधान ४५०-मंतु (मन्तु) न. अपराध १५-मंथर (मन्थर) वि. घीमु ७०७-मंथरा* (मन्थरा) स्त्री. कसुंबी ४७६-मंथाण (मन्थान) पु. रवायो ५५५-मंथिअ (मथित) वि. मथेलु १५-मंद (मन्द) वि. धीमु, मांदु १२१-मंद (मन्द)... वि. 'मूर्ख ४१-मंदाइणी (मन्दाकिनी) स्त्री. गंगा ४३५-मन्नु / (मन्यु) पु. गुस्सो -९-मयगल (मदकल) पु. हाथी ७२३-मयण (मदन)न. भीण ३७६-मयशाहि (मृगनामि) स्त्री: कस्तूरी ७-मयण . (मदन), पु. कामदेव ८०१-मय ' (मत) .न. अभिप्राय ७-मयरद्धय (मकरध्वज) पु. कामदेव ३३६-मयरंद (मकरन्द) पु: मकरंद ८-मयरहर (मकरघर) पु समुद्र ५-मयकलण (मृगलाउछन) पु. चोदो ६६-मयारि (मृगारि) पु. सिंह ३८१-मयाली* ) स्त्रीः उघाडनारी वेल ..६६-मयाहिव (मृगाधिप) पु. सिंह ७०-मयी (मृगी) स्त्री. हरणी

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