Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Sanyamsagar
Publisher: Sanyamsagar
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________________ गुजराती अंक-प्राकृत संस्कृत २६४-वायायण (वातायन) पु. गोखलो ६०१-वारणम (वारणमद) पु. हाथीनो मद ९-वारण (वारण) पु. हाथी ११६-वारवाण (वारवाण) पु. चोळी ३५-वारि . (वारि) न. पाणी ९२६-वारिअ (वारित) वि. अटकावेलु ४०४-वारिज्जयों ( ) न. विवाह ९४९-वारी. (वारी) स्त्री. हाथीने बांधवानो दोर १०८-वारुणी (वारुणी) स्त्री. दारु ६५३-वालअ - (वालक) पु. वालो ३०३-वालहि (वालधि) . पु पुंछडु २२५-वाल (वाल) पु. वाळ ९३६-वालिअय (वलितक) वि. वाळेलु ४७७-वालुक (वालुक) . न. चीमडु . ४३२-वावडया* ( ) स्त्री. अक्षणिका ११८-वास (वासस्। न. कपर्दू ७१३-वास (वर्ष) न. वरसाद ४१७-वासर (वासर) पु. दिवस पु. इंद्रनो पुत्र-जयंत २५-वासव . (वासव) . पु. इंद्र ५७८-वासहय. (वर्षहत) वि. अववृष्ट ४१५-वासारत्त (वर्षारात्र) पु. चोमासु ४५-वाह (वाह) पु. धोडो ८३९-वाह (व्याध) पु. शिकारी ४८-वाहिणी. (वाहिनी) स्त्री. सेना ८३२-वाहित्त . .(व्याहृत) - वि. बोलाबेलु [13] lilliliili kihtliiti
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