Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Sanyamsagar
Publisher: Sanyamsagar

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Page 245
________________ अंक-प्राकृत संस्कृत गुजराती २०३-वच्छीवा* (वत्साजीव) पु. : गोवाळ ७६४-वच्छ (वत्स). पु. वाछडो . . . . . ८७-वच्छ . (वृक्ष) पु. वृक्ष, झाड १८४-वज्ज (वज्र) न. वज ७८४-वज्झ (वध्य) वि. वध्य ५३७-वंचिअ (वश्चित) वि. ठगेलु १२०-वंछा (वाञ्छा) स्त्री. इच्छ ३६२-वंजुल (वजुल) पु. नेतर १४८-वट्टल (वर्तुल) वि. गोळाकार ८९१-वडरुक्ख (वटवृक्ष). न. वडनु झाड ७०८-वडवा (वडवा) स्त्री. घोडी २०२-वडढइ (वर्धकी) पु. सुतार ३५४-वणग्गि (वनाग्रि) पु. वननी अनि ३५-वण (वन) न. पाणी ६९५-वण (वण) न. वण, गुमई ९४२-वण (वन) - न वनखंड, बगीचो ६३-वणसवाइ* ( ) स्त्री. कोयल ६-वहि (वहिव) पु. आग ११२-वत्ता (वाता) स्त्री. वात. समाचार ८३-वत्तिणी (वर्तिनी) स्त्री मार्ग ९४७-वत्थ (वस्त्र) न. कपडु ९२१-ऽवत्था (अवस्था) स्त्री. स्थिति ७०१-वस्थि (वन्ति) स्त्री. अपान ४१०-वत्थु (वस्तु) न. वस्तु, चीज २४-वंदारय (वृन्दारक) पु. देव ३१५-वप्पिण* ( ) न. क्यारो [140

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