Book Title: Prakrit Padyanam Akaradikramen Anukramanika 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 23
________________ अंडय - लोमय-चम्पय अंडय - लोमय-चम्यअंडा असुहमाणि ८ गुणअंतंकेण विभत्तं गणअंतकरणा उवरि जहन्नठि - (कर्म) १५९ ( नम.) ९ अंतकरणेण समं (पं.सं. ७९५ (जोग ) ४८ अंगदसा बगे अंतगडदसाओ पुण अट्ठममंगं अंतगडाणं च दसा अंतछन जोइयह मूहह अंतमुहुत्तं एगं अलहुक्कोसं अंतमुत्तं तु परा अंतमुहुत्तं नरएसु हुंति अंतमहुतं निरसु अंत मुहुतं निरये, अंतमुहूर्त मोयस्स अंतमु जह अंतमुहुत गहना, अंतमुहुत जहन्ना, अंतमुहुत्त जहन्ना, अंतमुहुत्तट्ठिइओ, तिरिय अंतमुहुत्तपमाणं बंधज्झवअंतमुहुत्तपमाणयअंतमुहुत्तपमाणयणिग्गंअंतमुहुत्तप्पमाणा सव्वा अंतमुहुत्तम्मिगए, अंतमुसा लिई अंतमुहुत्ता उवरिं किंचूणअंतमुडुता उवरि बंधाभाव अंतमुखाऊया अस्सन्त्री अंतमहुताऊया अस्सली अंतमहत्तियखंडे अंतमहतयमेसाई अंतमुहुत्तुको सं अंतमुहुत्तेणं चिय, अंतमुहुत्तोवसमो, अंतमुत्तमो अंतमुहुत्तोवसमो, अंतमुत्तोवसमावलि अंतम्मि तस्स पयगं अंतरकरणं होहि अंतरकरणपविट्टो संखा अंतरकरणग्मि कए (आरा. ५) ५० (सं.प्र.) ६२५ ग.) ४७ (वि.सा.) ३४५ .कु.) ९१ (वि.स.) ७७ श्री. स.) २३१ (प्र.सा.) १३१० (र.सं.) १७ (दंड.) १० (ल.सा.) ८४ (जी.सं.) २४ अं | अंतरतुल्लं अंतरमणंतभागुअंतरदारं कालो, अंतर दीवेसु नरा, धणुसय अंतरदीहा अभिधूमियंति अंतरधारालग्गे सुहम्मि अंतरमबंधकालो अंतरकरणस्संते अज्झवसा - ( स.उ.) २२ अंतरकरणमा विही (पं.सं.) ७५२ अंतरिओ तमसे या न अंताई दोत्रि इहई पत्तेयं अंता दोन इ अंता इग य अंका, निय अंतिमखंडरिससुणा जीवं अंतिमचउफासदुगंधपंचअंतिमचडफासदुगंधपंचअंतिम चूलाइति अंतिमदुयवाणं अंतिमलो भजसाणं, (जी.सं.) ६४ | अंतिमलोभजसाणं (जी.सं.) ११० अंतिल्लअंकआई, ठविडं (जी.सं.) १४६ अंते उ जहन्नठिई बंधइ (बृ.सं.) ३११ अंतेउरं अइगतो विणीय(श.भा.) १०७६ अंतेउरपुरबलवाहणेहिं (पं.नि.) ३० | अंते केवलमुत्तमजति(गु.व.) ४२३५ अंते जो संधारगपव्व (सं.प्र.) १११६ अंत मंदभा (बृ.सं.) ३०९ (पं.सं.) ८८३ ( प. स्था. ) ७२ (श.भा.) २१९ (आरा. १) ३९३ (प.आ.) १६४ (पं.सं.) ७७७ (पं.सं.) ७५१ अंते य अंतकिरिया सेलेसी अंतेवासी सीसो छलओ | अंते वीरो सिद्धो गुणनवइ - अंते सो साहूणं गोवाडअंतोकोडाकोडी अंतोकोडाकोडी, टिइए अंतोकोडाकोडी तित्थयराहअंतोकोडाकोडी तित्था (गु.त.) ४।१०८ अंतोकोडाकोडी तित्थाहार (बृ.सं.) १९० (समू. ४) २१ (र.सं.) १५३ (सम्य.) २१ अंतो कोडाकोडी सुभअंतो कोडीकोडी, तित्थअंतो ठिआण खित्तं, अंतोनिअंसणी पुण लीणा (सं.प्र.) ८८० अंतोनियंसणी पुण (प्र.सा.) १५२६ अंतो निरवय वि च्चिअ (कर्म) ४०० अंतो वहिं च द पुप्फग (पं.सं.) ७९८ अंतो यहि व धोयं (कर्म.) १०६ अंतो- बहि-निव्वती, अंतो बाहिं च तओ अंतो भयणा बाहि (कर्म) ३२ (सि.प्रा.) ४१ (बृ.क्षे.) ४७१ (ज.पा.) ५५ अंतो मनुस्सखिते, अंतोमणुस्सखित्ते, अंतोमुहत्तमेव य अंतोमु (? हुत्तं डज्झइ अंतोमुहुत्त निररसु अंतोहराओ, चिंता अंतोहुपरओ चिन्ता अंतोमुहुत्तमद्धं पल्लाअंतोमुहुत्तमवरं छावट्ठि अंतोमुहुतमितं चिता अंतो मुतमितं जन अंतोमुहुत्तमित्तं ठिई अंतोमुहुत्तमित्तं पि अंतोमित्तं पि अंतो मुहुत्तमित्तं पि अंतो मुहुत्त मित्तंपि, अंतोमुहुत्तमित्ता, तसेसु अंतोमहत्तमेतज्झवसाय अंतोमुहुत्तमेत्तं उवओगो अंतोमुहुत्तमेत्तं, चित्ताअंतोमुहुत्तमेसिं जह अंतोहुत लहुअं अंतोमुहुत्त लहुयं, अंतोमुहुत्तसमयप्पमाणया अंतोमुहुत्तहीणं आवलियअंतोमुहुत्तहीणा सम्मे अंतो रायसहाए दीहसमक्खं (कर्म) ३४७ (पं.सं.) २५० (श.भा.) ३४० (सू.सा) ७० अंतो वा बाहिं वा दिया अंधत्तं बंभदत्तस्स सदेवअंधम्मि तमम्मि खलु अंधयारे दुरुत्तारे घोरे अंधाण य पंगूण य (श.भा.) ३५६ अंधा बहिरा मूगा, (कर्म.) १०० अंधारनच्चियं पिव मयदेहो(पं.सं.) २४९ अंधी असायरहिओ पुरानु (गु.त.) २।२१५ अंधो गंधो व्व सदा (पंच.) ८२८ अंधो बहिरो मूओ, (प्र.सा.) ५३४ अंधो वि अणंघेणं सम्मं (पंच.) ३९० अंबं वा निबं वा (वि.सा.)३३१ अंबकए सो रज्ज हारेई (प्र.सा.) १४६६ अंब कबिट्ठा ऽऽमलगं (पु.मा.) २६४ अंबयदाडिमविज्झिडकविट्ठ ( आरा. २) ९०६ अंबर- लोह-महीणं, (गु.त.) १११११ अंबरलोहमहीणं कमसो (उ.र.) ७१ (क.सं.) १६१ (प्र.सा.) १६९ (भ.भा.) ४०९ (प्र.सा.) १३७१ (नम.) १७ (ल.से.) १९१ (सू.सा) १२१ (क-५) ७८ (प्र.सा.) १७९ (पं.नि.) ५५ (पं.सं.) ३७७ (कर्म) ४५९ (सि.ई.) १२ (श.भा.) ३८१ (तिगा) ७८२ (उव.) ४९ (ध.सं.) ८५५ अबरोहमाहीणं कमखो (जी.सं.) १२३ (जी.सं.) १५९ (वि.ण.) २३९ (आरा. २) ६६६ (वि.पं.) १८ (ध्या.श.) ४ (सं.प्र.) १३१४ (कर्म.) १६४ (वि.मं.) ९६ (श.भा.) ६१७ (अ.प.) १४६ (पा.ल.) १०१ (वि. सा. ) ३६ (वि.सा.) ५०९ ( स.उ.) ६ (सं.प्र.) १३१३ (जी.अ.) १४० (बं.प.) १५ (सं.प्र.) ८८२ (पु.मा.) १०४ (आरा. १) ५८० (न.त.) ५३ (जी.सं. २०५ (श.भा.) १००८ (वि.) १८१ (ध्या.श.) ३ (पं.नि.) ९२ (जी.सं.) १५५ (वि.पं.) १६ (प्र.पा) ७८ (पं.सं.) ५४५ (पं.सं.) ६७२ (न.मा.) ११४९ (आरा. १) ५२ (क.वि.) ११ (ध.सं.) ८९४ (मू.शु.) ४५ (हि.ज.) ६९ (देश.) ५९ (सम्. ३) १४ (दर) ८६ (पंचा.) ५०५ . (दे.श.) ४१ (ध.सं.) १३१२ (वि.नि.) २९ (उप.) २।२९ (ल.सा.) ८७ ( द्वाव्र.) २८ (ध्या.श.) ९७ (सं.प्र.) १४११

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