Book Title: Parvatithi Kshay Vruddhi Prashnottar Vichar tatha Muhpatti Bandhan Nibandh
Author(s): Hemchandrasuri Acharya
Publisher: Chinubhai Trikamlal Saraf
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धर्मदेशना समये साधु-मुनिराजे
____ मोढे मुहपत्ति बांधवी ए गीतार्थ परंपरागत आचारणा छे.
-:0-- आ ढूंका निबंधमां मुख पर मुहपत्ति बांधवी ए केटली प्राचीन अने मूळभून गोतार्थपरंपरा छे तेनु दिग्दर्शन कराव्यु छे एटलं ज नही परन्तु तेने लगता शास्त्रगाठो आपी विषयन सचोटपणु दर्शाव्यु छे. श्री प्रवचन परीक्षामां आवतो मुहपत्तिनो उल्लेख, विधिप्रपामां रजू थयेल उल्लेख, पू. श्रो. आत्मारामजी महाराजनुं कथन आ हकीकतने विशेष पुष्ट करे छे.
श्री प्रवचनपरीक्षामां आवतो पाठ साधु-मुनिराजने कान वीधाववा अंगेनो छे ज्यारे श्री उपदेशप्रासादनो पाठ थूकथी उच्छिष्ठ एठी थयेल मुहपत्तिने जुदी राखवा अंगेनो छे.
___ गणधर भगवंतो पण धर्मदेशना समये मुख पर मुह. पत्ति बांधता हता. आ संबंधमां एक ख्याल ए राखवानो छे के-स्थानकवासी संप्रदायना मुनिवर्गनी माफक मुहपत्ति दोराथी बांधीने हमेशने माटे मुख पर रखवानी नथी. धर्म-देशना समयेज प्रवचनमुद्रा के योगमुद्राएज व्याख्यान आपवान होवाथी, संपातिम जीव के वायुकायना जीवोनी हिंसाथी
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