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शुद्धिपत्रक
पंक्ति
अशुद्धि
शुद्धि अनंत
अंत राणा
हुओ.
१४ १३ २३
१९२ १९९
राणी आसाययाए
आसायणाए थाओ जे .
जेणे थया बतावे छे:- हुआ कहेवा मनहारी
मनोहारी जगह
जगही बाजी गाथा डबल छे एकवार बोलवी उळोदरी
उणोदरी चार नवकार आह नवकार परंपरागयाणं परंपरगयाणं विपुलगिरि० विपुलगिरि वैभारगिरि आदा
आदी मण्ड
मण्डन ० जेयल
० जेयबलः समहार०
समाहार० प्राप्तुवन्तः
प्राप्तवन्तः यानसदृशः यानयानसदृशः शखवत्
शंखवन्
२४१
२६०
२६५
२६५
૨૬૮ ૨૭ર
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