Book Title: Nandanvan Kalpataru 1999 00 SrNo 01 Author(s): Kirtitrai Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti View full book textPage 3
________________ नन्दनवनकल्पतरुः ॥ प्रथमा शाखा ।। (संस्कृतभाषामयं अयन-पत्रम् ।।) । सङ्कलनम् : कीर्तित्रयो॥ सर्वेऽधिकाराः स्वायत्ताः । प्रकाशनम् : श्रीजैनग्रन्थप्रकाशनसमितिः, खंभात ॥ प्रथमं मुद्रणम् - वि.सं. २०५५, ई.स. १९९९ वि. सं. २०५५, ई.स. २००२, पुनर्मुद्रणम्मूल्यम् - संस्कृतसाहित्यरुचिः ॥ प्राप्तिस्थानम् : श्रीविजयनेमिसूरीश्वरजी स्वाध्यायमंदिर १२, भगतबाग, शेठ आणंदजी कल्याणजी पेढी समीप, पालडी, अमदावाद - ३८०००७ सम्पर्कसूत्रम् : "विजयशीलचन्द्रसूरिः" Co. अतुल एच्. कापडिया A/९, जागृति फ्लेट्स, महावीर यावर पाछळ, पालडी, अमदावाद - ३८० ००७. फोन : 079-6588879 मुद्रणम् : 'प्रारंभ', अमदावाद ।। फोन : 079-65 65 65 3 मोबाईल : 9825011414 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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