Book Title: Mulachar Satik Part 01
Author(s): Pannalal Soni, Gajadharlal Shastri
Publisher: Manikchandra Digambar Jain Granthmala Samiti

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Page 6
________________ नमो वीतरागाय । श्रीवट्टकेराचार्यविरचितो मूलाचारः। (श्रीवसुनंदिसिद्धांतचक्रवर्तिविरचितया आचारवृत्त्या सहितः) .. __ मूलगुणाधिकारः॥१॥ श्रीमच्छुद्धेद्धबोध सकलगुणनिधि निष्ठिताशेषकार्य . वक्तारं सत्मवृत्तेनिहतमतिमलं शकसंवंदिताघ्रिम् । अक्षरं मुक्तिबध्वा विमलसुखगतेः कारिकायाः समन्ता.. दाचारस्यात्तनीतेः परमजिनकृतेनौम्यहं वृत्तिहेतोः॥१॥ श्रुतस्कन्धाधारभूतपष्टादशपदसहस्रपरिमाणं,मूलगुणत्याख्यान-संस्तर- स्तवाराधना- समयाचार-पंचाचार-पिंडशुद्धिषडावश्यक-द्वादशानुप्रेक्षानागारभावना-समयसार-शीलगुणप्रस्तार-पर्याप्त्याद्यधिकारनिबद्धमहार्थगभीरं लक्षणसि. दपदवाक्यवर्णोपचिंत, घातिकर्मक्षयोत्सनकेवलज्ञानप्रबुदाशेष.

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