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शुद्धि-पत्र
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पेंज नं०
पंक्ति
अशुद्ध
3 28 4 10 7 30 10 16 168 16
फुटनोट!
19, 20 20
7, 14 फुटनोट
29
2 ____ 11, 20
29
विमलमर्षगणि विमलहषंगणि সাল
भ्रद्धालु छः कोस
साठ कोसे आधार
आचार. प्रतिबन्ध
प्रतिबोंध ग्लाविर्भवति ग्लानिर्भवति, गीता अध्याय 4
श्लोक 7 रत्नेश्वर
रत्नशेखर वही पृष्ठ 95 खरतरयच्छ बृहद् गुर्वान
बली पृष्ठ 95 अनुमति
अनुभूति फौजी, तुर्की फैजी, तो वही पृष्ठ 70 अकबरी दरबार पहला
भाग पृष्ठ 70 कर
कट "गृहस्थानां यदभूषण" "गृहस्थानां यद्भूषण
तत् साधूनां दूषणम" शास्त्र
शस्त्र वही आत्मा जो विज्ञाता है वही आत्मा
है और जिसके द्वारा जाना
जाता है, वही आत्मा हैं एषय, नैक
विषय, अनेक क्या तुम शंकर को बीरबल के स्वीकार करने
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फुटनोट :
33
33 57
18
57
38
58 59
13 13
59
6, 21
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