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साई हिगरेलिया !! परने पर देष करे ते पान सी की स्वार नेप रीता एन एजावे तें परितोप की 'कीरीया पाठ सिया' पारितावला' किरिय्या जीव् ही सांकरेश गातिशत की भारले कीते घर घरी कृषि करेते याला वोया रेतिये। धनधान्यादा परियह घरनी कच्चे वा मेलदेते ग्रह की कपटका रागेते' मायावती यही॥३॥ परिमा दिया मायदेशी शाबू मिथ्यात्वदर्शन प्रलयकाले खोटाने वरू एने खो टु' माने (जनवचनादी मिलादंसण वली कोई व्रत नायम नधरेते काइवस्तुमा ठा' कामरागथाजुएते दृष्टा
पञ्चखाएका