Book Title: Mahadani Bhamashah
Author(s): Prem Kishor Patakha
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 8
________________ जैन चित्रकथा भामाशाह वन खण्ड वाले पहाड़ी क्षेत्र में लौट आए,जहां राणा प्रताप और उनके साथी इन्तजार कर रहे थे मोटOF66 MANTRA शाहजी! इस नुदापे में हमने आपको बड़ा कष्ट दिया है आपका मेरे ऊपर कितना विश्वास है, युही मेरे लिए सौभाग्य की बात है हमारे शाहजी की यहयात्रासफल शक्तिसिंह यहधन रही मित्रोंकी पहचान भी हो गई कितने दिनका है औरधन भी इकट्ठा हो गया/एक-दो छोटी इसकी आप कतई लड़ाइयों में ही चिन्ता न करेंधन बराबर हो एकत्रित करने का जायेगा। काम आप मुझ पर छोड़ दीजिए ENA NITAN Normal SAUDA

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