Book Title: Mahadani Bhamashah Author(s): Prem Kishor Patakha Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 7
________________ महाराणा से कहिए हमसदैव आपके साथ यदि आज बुरे दिन देखने पड़ रहे हैं तो कल अच्छे दिन भी आयेंगे महादानी भामाशाह स्वतंत्रता के दीवानों को अच्छे-बुरे दिनों काकोई महत्व नहीं होता, और यह आजादी हमलेकर रहेंगे। ANAL invo000004 KC सुना हल्दीघाटी प्यारा घोड़ा चेतक भी केयुद्ध में महा- उनके साथ नहीं रहा रागानेअपना सर्वस्वखो दिया चेतक के रवो जाने पर राणा भाव विह्वल हो उठते है और कहते है, शाह जी मैंने अपना प्यारा चेतक खोकर शक्तिसिंह जैसा महाबली भाई को प्राप्त किया है राणा प्रताप के पास शीघ्र पहुंचना राजKHAR SERIA IWNIOS LALLAULI मगर प्रतापने झुकना नहीं सीखा, प्रताप टूट सकते है, कुक नहीं सकते। सूचना मिली है कि मुगलसलतनत अपनी विशालशक्ति सेमहाराणा प्रतापको झुकानाचाहती है। इसी बीच राज्यके वजीर ने संदेश दिया चलिए हम खुद चलकर देखते जहाँपनाह, महाराणा प्रताप को भेजे जाने वाला उपहार तैयार है। चलिए! actPage Navigation
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