Book Title: Magnopnishad
Author(s): Yashovijay Gani, Kalyanbodhisuri
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust

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Page 4
________________ पुस्तक का नाम मूल कृति मूल कृतिकार हिन्दी - गुजराती अनुवाद + चित्रनिर्देशन + संपादनम् अंग्रेजी अनुवाद विषय विशेषता मूल्य प्रकाशक मग्नोपनिषद् ज्ञानसार प्रकरण अंतर्गत मग्नाष्टक न्यायविशारद न्यायाचार्य लघुहरिभद्र महोपाध्याय श्री यशोविजयजी महाराज प्राचीन श्रुतोद्धारक प. पू. आचार्यदेव श्रीमद्विजय हेमचन्द्रसूरीश्वरजी महाराज के शिष्य प. पू. आचार्यदेव श्रीमद्विजय कल्याणबोधिसूरीश्वरजी महाराज श्री मनीशभाई मोदी मग्नता परमानंद की मस्ती, महानंद की मनोहरता एवं जीवनमुक्ति की अनूभूति करने के लिये एक अनुपम आलंबन | सुगम अनुवाद एवं हृदयंगम चित्रों के साथ प्रथम प्रस्तुति । वि. सं. २०६७, प्रथम आवृत्ति, १००० प्रति ७५/ श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट (C) All rights reserved

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