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श्री
श्री
लघुविद्यानुवाद
श्री
यंत्र नं० ६०
१२
इस यन्त्र को कागज पर लिखकर, लपेट कर रोगी को सुधाने पर तथा इस यन्त्र मे राई रकर जलाने से भूत जिद उतर जाते है ||६०
यंत्र नं० ६१
श्री
श्री
११
श्री
श्री
श्री
६०१
श्री
इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर गले मे बाघने से शीतल (चेचक ) नही निकलती है ६ जिसको निकली है उसकी शात होती है ॥ ६१ ॥