Book Title: Labdhisar
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Paramshrut Prabhavak Mandal

Previous | Next

Page 709
________________ Jain Education International लब्धिसार-क्षपणासार अर्थसंदृष्टि अधिकार पृष्ठ संख्या ५९८ नाम मान संग्रहनाप अधातनशीपे विशेषगावि४४=१३ ख २४ ख २४२ वि४ ४१५ वि४४१७ वि४४१९ ख २४ ख २४२ ख २४ स२४२ ख२४ ख २४२ वि४४ २१ वि४४ = ४४५ ख २४ख २४२ ख २४२४२ पध्यपरखड द्रव्य 4१२४ = व १२४१३ = ४ ओख २४ मोख २९ । ४ोख २४ ४ मोBaख २४ ४ ओख २४ ४ो aaख २४ For Private & Personal Use Only नूननधिसवधी १२४= १२४3 व१२४ - सपानकृष्टि द्रव्य ४ बोस २४ ४ ओस २४ ४ ओख २४ ४ोख २४ ४ ओख २४ - सभ्यद्रव्य विशेषद्रव्य वि४ ४३१ ख २४ ख २४२ ख२४ व २४२ व१२२ २४ औ व २४ व २४२ व २२१२४ भो संक्रयणांतरकृष्टि संबंधी समानखंड द्रव्य वि४४%3D२९ ख २४ रु २४२ ब१२ १४. २४ भो वि४ ४-२७ ।ख २४ व २४२ व१२१८२ २४ भो वि४४ = १६९ ख २४ ख २४२ । २४ यो www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744