Book Title: Labdhisar
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Paramshrut Prabhavak Mandal

Previous | Next

Page 723
________________ ६४० लब्धिसार क्र०सं० गाथा ५८ २१३ ओ ४७२ ५०६ २८ उदये चउदसघादी १६७ उवणेउ मंगलं २४३ उवरि सम उक्कीरइ ५१७ उरि उदयठाणा २०५ उवसमचरियाहिमुहा १०० उवसमसम्मत्तद्धा १०३ उवसमसम्मत्तुर ३५१ उवसमसेढीदो पुण ९९ उवसामगो य सव्वो ३४२ उवसामणा णिधत्ती ३७४ उवसंतद्धा दुगुणा ३०३ उवसंतपढमसमये ३०८ उवसंते पडिवडिदे ११६ उवहिसहस्सं तु पृ० क्र०सं० गाथा १६ ७६ एवं विहसंकमणं १३८ २५८ एवं संखेज्जेसु टिदि२०१ ४२१ ५८४ ओकट्टिदइगिभागं १७२ ६२७ ओकडुदि पडिसमयं ८० ६९ ओकडिदइगिभागे ४७० ओकड्डिदं तु देदि ३०७ ७३ ओकडिदम्हि य देदि ८० १०४ ओक्कड्डिदइगिभाग३०१ २८४ ओक्कड्डिदइगिभागं ३२१ ४०३ ओक्कडुदि जे अंसे २६६ १४२ ओक्कड्डिदबहुभागे २७३ ४९३ ओक्कडिददव्वस्स य ३२१ ओदरगकोहपढमे ३२२ ओदरगकोहपढमे २२३ ओदरगपुरिसपढमे १९२ ३१९ ओदरगमाणपढमे ३४६ ३२० ओदरगमाणपढमे ३४२ ३१६ ओदरबादरपढमे ३१७ ओदरमायापढमे ३४० ३१८ ओदरमायापढम ३१३ ओदरसुहमादीए ५०५ ६७ ओरिय तदो ४२ ४०१ ओव्वट्णा जहण्णा ८३ २३६ ३४० १२१ ४०१ २८५ २८९ 0 २८४ २८५ ६१ २८२ २८२ २८४ २७० ५२ ३३९ ४८१ अं २३० एइंदियट्ठिदीदो ४१७ एइंदियट्ठिदीदो ४०८ एक्केक्कयलिदिखंडय ७९ एक्केक्कयट्ठिदिखंडय४०४ एक्कं च ट्ठिदिविसेसं १९१ एत्तो उरि विरदे ६३५ एत्तो करेदि किट्टि ५७ एत्तोसमऊणावलि५९६ एत्तो सुहुमंतोत्तिय ६३९ एत्थापुन्वविहाणं ५९३ एदेणप्पाबहुग२६ एदेहि विहीणाणं ८५ एयट्ठिदिखंठुक्क२५१ एय णवंसयवेदं २१९ एवं पमत्तमियर ३३८ एवं पल्लसंखं पल्लं २३२ एवं पल्ले जादे ४५० एवं पल्लं जादा ५०७ ४६० अंतरकदपढमादो ४७९ २५२ अंतरकदपढमादो १५ ८७ अंतरकदपढमादो २६५ अंतरकदादु च्छण्णो. २०८ २५४ अंतरकरणादवरि १८२ १७८ अंतरकरणुक्कीरण २९८ ५८९ अंतरपढमट्ठिदि त्ति १९४ ५८६ अंतरपढमठिदि त्ति ३४८ ५८७ अंतरपढमठिदि त्ति २२० २११ १४८ ४७८ ४७३ ४७५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744