Book Title: Karnanuyog Praveshika Author(s): Kailashchandra Shastri Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 4
________________ दो शब्द बहुत समय पहले मैंने 'जैन सिद्धान्त प्रवेशिका' अनुकरणपर करणानुयोगप्रवेशिका, चरणानुयोग-प्रवेशिका और द्रव्यानुयोग-प्रवेशिका प्रश्नोत्तरके रूपमें रची थीं। वे तीनों वीर-सेवा-मन्दिर-ट्रस्टके उत्साही कर्मठ मंत्री डॉ० दरबारी लालजी कोठिया न्यायाचार्यके सौजन्यवश ट्रस्टकी ओरसे प्रकाशित हो रहीं हैं। प्रस्तुत करणानुयोग-प्रवेशिका ७४४ पारिभाषिक शब्दोंका, जो करणानुयोगसे सम्बद्ध हैं, अर्थ दिया गया है। इसी तरह द्रव्यानुयोग-प्रवेशिकामें २६५ शब्दोंकी और चरणानुयोग-प्रवेशिकामें ५८२ शब्दोंकी परिभाषाएँ दी गयीं हैं। आशा है इन अनुयोगोंके स्वाध्याय प्रेमियोंको और विद्वानोंको भी इससे सहयोग मिलेगा। यदि ऐसा हुआ तो मैं अपने श्रमको सफल समझूगा। यदि मैं कहीं स्खलित हुआ हूं तो विद्वान् उसे सुधार लेवें और मुझे भी सूचित करें । मैंने आगमग्रन्थों के अनुसार ही प्रत्येक परिभाषा दी है। स्याद्वाद-महाविद्यालय भदैनी, वाराणसी। कैलाशचन्द्र शास्त्री Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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