Book Title: Karmashala Parikalan
Author(s): Gurubachansingh Narang
Publisher: Hariyana Sahitya Academy Chandigarh

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Page 88
________________ कर्मशाला परिकलन/80 (घ) तिरछा मुख ख ज ग लो अब ज घ, ख ग पर लम्ब है तथा क घ, ख ग पर लम्ब है। :: मुख ख ज ग तथा आधार अब स द ख ग के बीच Lज घ क है । ज क 16 अब, tan Lज घ क = क घ 5.196 Lज घक-7200 --tan 72°0' इस प्रकार तिरछे मुख तथा आधार के बीच का कोण -720 उत्तर (ङ) तिरछा कोना ज ख लो जबकि Lज क ख एक समकोण है, तब तिरछे कोने ज ख तथा आधार अब स द ख ग के बीच Lज ख क है। अब tan Lज ख क = जख-=10-2.6667 ख क 6 =tan 690 27 :. Lज ख क =69027' उत्तर उदाहरण-10 बर्तन में तेल का भार मालूम कीजिए, जैसा कि चित्र में दिखाया गया, यदि घनत्व = 0.8 ग्राम/म.मी. आयतन= एस (आ+ आ अ+ अ2) [2.6, पेज 86] 12 2420 जबकि स =ऊंचाई-245 आ-बड़ा व्यास-242 अ-छोटा व्यास-188 3.14 -1221000x 245 ( (242)2+ 242x188+ (18812) से.मी.७३ | 011 ...._3.14 x 245 [ (242)2+ 242+188+ (188)2] x 0.8 तेल का भार-- 12 x 1000 3 14x245(58564+45500+35344)0.8 12X1000 3.14X245x139408x0.8 --7150 ग्राम 1 12 x 1000 -7.15 कि. ग्रा. उत्तर उदाहरण-11 छल्ले का भार ज्ञात कीजिए. जैसा कि चित्र में दिखाया गया है । यदि घनत्व-1.8 ग्राम/से.मी. आयतन=व, गवा का व्यास-8 वा = छल्ले का औसत व्यास-24+8 -32

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