Book Title: Kaluyashovilas Part 02
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 406
________________ जग-जंबाल जग-जरता जमारो जल-वीचिका जांच सांचवी जानू जामण-जाया जालमता जिल्लाबंधी कारो जीमूत जेहड़ा जैर जोड़ा झंगी झकोर झांके झळफळै झांझरकौ झाकझमाला टणको टाळोकर ट्रंक ठाढ़-ठा ठाण ठार ठोर-ठोर Sa डूंगरिया stat ४०४ / कालूयशोविलास-२ संसार रूपी कीचड़ संसार की जड़ता जीवन पानी की लहरें जांच करके घुटना मां की कोख से जनमा हुआ सा पवित्र । दुष्टता दलबंदी वंदना - स्वीकृति सूचक शब्द । बादल जैसा जहर पत्नी घना जंगल वायु का झौंका पानी का बहना उफनना पौ फटने का समय चमक-दमकवा विशाल धर्म-संघ से अलग होने या कर दिए जाने के बाद उसी वेश में रहने वाले साधु-साध्वी । संक्षेप में बड़े-बड़े स्थान, करके सर्दी स्थान-स्थान पर बालक, लड़का पहाड़ प्रबल इच्छा

Loading...

Page Navigation
1 ... 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420