Book Title: Kaluyashovilas Part 02
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

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Page 417
________________ सौमित्री स्तोक स्वत्व हजारी हलफलित हळफळिया हसिया हाकम हारद हाल्या/हालना हिचकै लक्ष्मण थोड़ा अस्तित्व हजारों की संख्या में एक आतुर व्याकुल हो गए घोड़ों के हिनहिनाने की आवाज शासक, किसी प्रांत या जिले का सबसे बड़ा अधिकारी। अभिप्राय, मन की बात। चलना हिचकना, कठिन कार्य के लिए कोशिश करना। आनंद की लहर, भय का संचार। चस्का लगी हुई। किसी वीर पुरुष की जोशपूर्ण आवाज। साहूकारों द्वारा लिखा जानेवाला भुगतान पत्र। प्रबल इच्छा मनोहर हवेली, मकान उबकाई धीरे-धीरे 000 हिलोळो हिल्ली हुंकार हृद्य हेली होबरड़ा होरी-होरी परिशिष्ट-४ / ४१५

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