Book Title: Kaluyashovilas Part 01
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

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Page 361
________________ करारी करिणीश्वर कर्षणी कलदार कलमथ कलिमलहारी कल्पतरु कल्लोल कांचनगरि काठो काण कात्यो - पीन्यो कामगवी कामिया कायदो कार कालधर्म काल सवार कालूंठो किंवार कित कुख कुटक कुबाण कुम्हलाग्यो/कुम्हलाना कुरब, कुर्ब कूंची कूकड़ी कूको कूक्या / कूकना कूब भयंकर हाथी किसान खरा सिक्का उत्पात पापनिवारक कल्पवृक्ष. लहर मेरु पर्वत संकुचित कमी, कसर रुई को कातना - पीनना, किया-कराया कामधेनु इच्छा करने वाला कानून मर्यादा, आज्ञा मृत्यु दूसरे दिन सुबह श्याम वर्ण कभी कहीं प्यास कुटकी (चिरायता) कुटेव, बुरी आदत मुरझा जाना इज्जत, प्रतिष्ठा चाबी सूत की लच्छी लड़का चिल्लाना, रोना, विलाप करना कमी, टेढ़ापन परिशिष्ट- ४ / ३५७

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