Book Title: Kaluyashovilas Part 01
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

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Page 377
________________ लूण लूला लेण वणिज्य वदनारविन्द वदान्यता वधारू वनिता वर वरिवस्या वरूथिनी वर्षाहलो वसु वाचंयम वामा वार वारि वार्दल वासर वासव विखवाद विखिन्न विडारी/ विडारना वितरक विनाण विपच्छ विपणिज्ञ विरगत विरुद विरुदाई / विरुदाना विलसै नमक पंगु लाइन व्यापार मुखकमल उदारता बढ़ाबाला स्त्री वटवृक्ष सेवा, सेना वर्षा का मौसम आठ मुनि स्त्री उपासना प्रहार सिंह बादल दिवस इन्द्र विवाद, झगड़ा खेदखिन्न विदीर्ण करना वितर्क ज्ञान विपक्ष कुशल व्यवसायी विरक्त किसी के यश, गुण, प्रताप आदि का वर्णन । गौरव गाना अनुभव करना परिशिष्ट- ४ / ३७३

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