Book Title: Kaluyashovilas Part 01
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

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Page 380
________________ साबत सामठो सामे (म्हे) को सारंग सारणा सारी रीते सारू सार्व सिंघाड़ो सिक्को सिखाण सित सम्पूर्ण प्रचुर, समूहबद्ध अगवानी चातक, हरिण प्रोत्साहन अच्छी प्रकार अनुरूप सर्वज्ञ बहिर्विहारी साधु-साध्वियों का वर्ग छाप, गुरुमंत्र शिक्षा शुक्ल अति उज्ज्वल रजाइयां दिमाग खपाना सिवाय सीख, शिक्षा पुण्य दक्षता सुपुत्र अमृत की खोज सिततम इन्द्र सिरखां सिरपच्ची सिवाह सीखड़ली/सीखड़ी सुकृत सुघड़ाई सुजात सुधैषणा सुपर्व-शिरताज सुरगुरु सुरतरु सुरपादप सुरपुर सुराह सुवयणा सुहागण सुहायन सूंखड़ली, सूखड़ी बृहस्पत कल्पवृक्ष कल्पवृक्ष स्वर्ग सन्मार्ग शुभ वचन सौभाग्यवती शुभवर्ष मिठाई ३७६ / कालूयशोविलास-१

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