Book Title: Kaluyashovilas Part 01
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 367
________________ tar टेव ठंठरतो/ठंठरना ठाट-हगाम ठाणो ठव्यो ठिकाण ठेट ठोड़ डंके की चोट डपटी डरूं-फरूं डाई डांफर डार-डार प्रण रट आदत अत्यधिक ठंड से कंपित होना ठाट-बाट स्थिरवास स्थापित किया धर्मस्थान सीमा, छोर स्थान खुल्लम-खुल्ला ओढी हुई भयभीत बाईं ठंडी हवा, वातचक्र डाल-डाल शेखी, गप्प कलेजे तक गहरी ठंड का अनुभव दुपटी, पछेवड़ी बिछाकर आदत आना पान-विक्रेता व्यवस्था, इंतजाम पौ फटने का समय तलाब नदी का प्रवाह वस्त्र आदि सुखाने के लिए बांधी जाने वाली रस्सी, षष्ठी विभक्ति का वाचक शब्द। खिंचना. पत्नी डींग डीक डुपटी ढाळ ढाळो ढूको/ ढूकना तंबोली तजबीज तड़को तड़ाग तटिनी-प्रवाह तणी तणाणी तन-छांहड़ी परिशिष्ट-४ / ३६३

Loading...

Page Navigation
1 ... 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384