Book Title: Kaluyashovilas Part 01
Author(s): Tulsi Aacharya, Kanakprabhashreeji
Publisher: Aadarsh Sahitya Sangh

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Page 371
________________ पखपात पड़त पड़िकमणो पक्षपात ग्रन्थ की हस्तलिखित प्रति अतीत के दोषों से निवृत्त होने के लिए किया जानेवाला अनुष्ठान। वस्त्र-पात्र आदि का यथासमय निरीक्षण करना। पछाड़ने की क्रिया का भाव। उत्तरीय वस्त्र, चद्दर उपासना भेजा पैंतीस विश्वास विश्वास करना कहना प्रत्यक्ष सीधा परिवार अत्यधिक पडिलेहण पछाड़ो पछेवड़ी पजुवास पठाया पणती पतावो पतीजो/पतीजना पभणंत परतख परबारा परिकर परिघल परो परोखी पर्ण पळपळाट पलावै/पलाना पवाड़ा पांगत्यो पाखती पाखस्यो पाण पाद (ध) रा पानड़ा पानही पावड़ी परोक्ष पत्र चमचमाहट दूर करना झंझट, लड़ाई शुभारंभ हुआ निकट कवच, शस्त्र आदि से सुसज्जित चमक सीधा सूखे पत्ते जूता सीढ़ी, पादुका परिशिष्ट-४ / ३६७

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