Book Title: Kalpa Sutra
Author(s): Bhadrabahuswami, 
Publisher: Nagor

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Page 194
________________ त माध्यतीसाधकवलावणम सिंघकापथगोत्रसदिधर्मपुणिलीकम्पो चअर्थपरततखो पर्यषणानाश्तेद। सहितवाड राहताताराद धनासिवसायांपणिवयामि सादकासवणाधमोपियकासदेवंद सुनचरयगत अज्ञातवाषाढशु छमामादेवजयबाम गुणेकराठ (दवक्षिप्राश्रमण माउणकरातखत कास्पयगोधायपणमनमस्करप्रति दिपजंतापाचरदि मुष विवरावली ननाइवर्षागर रिएवमदममहमगुएरातिसंपन्न वहिवमासमण'कासवगानपणिक्यामियोपपावफलका दिक अपिणारोके तिणकालि तिराईसमई श्रमण लगवंतश्रीमहावार वरसातव वासरातिसहित व्यदेवकालतावनी घोडरोतेका जि निकालणेतसमपणसामाणसगमतावार वालासवासाराए वायनाकीजस्तावा समयराजय बावकारणाततरणमाएलगवाता श्रुदिपतातपर्वति नारपसाधा एकमासपतत अतिक्रमवरसातनई एयुषणापर्वगतेकिणदिनदंतमकद श्रमणविर विषप्रयतालोय HAMARU5दिनधिक विषवसवउचतकरतातमापूज्य दस्बरकातीपणा लाल मासयकातवासावासंगाद्यासावतिसाकणाaavaaaaसम कहा संवन्चरीनाबाना । कानागवतमहावार षाकालनवासिदिनसदितमासिअतिकमा वर्षाका लिमितीचा चारनवाला लोवकरचोकल्यसू नउंसिक्का लगवंमहामारामा निलिवोनखासावासघाद्या वस्बिवायचमतय । mकरवा लणिक बार पहना घरकिसा सहितकमादि प्रयईधवलि विणेकर गाणी सावरिकप निकम श्रा L/UdकाकाRCIZisमारवाया णा एवोत्तास्यहरका sss चिमणमाएप गारा अारा कडिया उछ प्रियाई बधाई दि तप ५६ अषणा । just SHUI वणवदियडिवाक्षादिने कहा कहीय 4-26TarakariEShaaspadHALUMess.30SA षणाकरवाNSTS

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