Book Title: Kalpa Sutra
Author(s): Bhadrabahuswami, 
Publisher: Nagor

View full book text
Previous | Next

Page 206
________________ संध्यासदितदातिलहन कल्प पाधयातितोलनमालवा पांचवातिपाणी तिणिमाधुन नालवा संघानियालिरका कातिवदनासाश्रमपर्डिगाहिंत्रएपंचधाग अधवा-यारिदातितोलनमा पांवदातिपाणानीलेवा अवार्याचदातितोउनमा व्यारिदात्ति माहवाचनारिलाणारा पंचपागागा हवापंखातारातार पांगानालेवातिदा एकदातिनापरिमाणवाचावायडएकवार तिघुणिदातिकदिवाऽत्तेतलषमालिश यतउपात्रानादेकणतया टिबकममात्रकार पुणितेदावितलवाकल्प पाणगाएगादत्तालागासायणमित्रमविपडिगादियासिआकष्या तिदन तेदिवस तणन्तुलताई सारिउकल्या नकल्यश्तेहन बालीवार ग्टहस्खनघरि सातपोणाय पहिवातावरणियाद्यासविनानासकावर्षिाsara सातनका ति घाणीकाजि नौकलिको अवका पईसवी आएर किातिरस्यासाधुनाई। सा०३१० नाएवापापानिanagamanarastaaपाद्यामनिया नकल्य निधनई नियंधानडालगश्मपाजता सातघरमाहे जामणवा Nitesa84 5 34 सामान्य नागावाविधाएमा का विचार प्रवाह ११२ dparerated S ANSATia

Loading...

Page Navigation
1 ... 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234