Book Title: Kalp Vyavahar Nisheeth Mul Matra
Author(s): Jinvijay
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 22
________________ 2, 6-18 ] ववहारसुत्तं [21 5. पञ्चवासपरियाए समणे निग्गन्थे....( जहा 3 )....जहन्नेणं दस-कप्प-ववहारधरे कप्पइ आयरियउवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए / 6. सच्चेव णं से पञ्चवासपरियाए समणे निग्गन्थे.... ( जहा 4 )....नो कप्पइ आयरियउज्झायत्ताए उद्दिसित्तए / 7. अट्ठवासपरियाए समणे निग्गन्थे....(जहा ३)....जहन्ने णं ठाण-समवाय-धरे कप्पइ आयरियत्ताए जाव गणावच्छेइयत्ताए उद्दिसित्तए / 8. स च्चेव णं से अट्ठवासपरियाए समणे निग्गन्थे / .....(जहा ४)....नो कप्पइ आयरियत्ताए जाव गणावच्छइयत्ताए उद्दिसित्तए। . ९.निरुद्धपरियाए समणे निग्गन्थे कप्पइ तदिवसं आयरियउवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए। से किमाहु भन्ते ? अत्थिणं थेराणं तहारूवाणि कुलाणि कडाणि पत्तियाणि थेजाणि वसासियाण संमयाणि सम्मुइकराणि अणुमयाणि बहुमयाणि भवन्ति, तेहिं कडेहिं तेहिं पत्तिएहिं तेहिं थेज्जेहिं तेहिं वेसासिएहिं तेहिं संमएहिं तेहिं सम्मुइकरोहिं जं से निरुद्धपरियाए समणे निग्गन्थे, कप्पइ आयरियउज्झायत्ताए उद्दिसित्तए तद्दिवसं। 10 १०निरुद्धवासपरियाए समणे निम्गन्थे कप्पइ आयरियउवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए समुच्छेयकप्पसि / तस्स गंआयारपकप्पस्स देसे अवट्ठिए; से य * अहिजिस्सामि' ति अहिज्जेज्जा, एवं से कप्पइ आयरियउवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए / से य 'अहिज्जिसामि' ति नो आहज्जेज्जा, एवं से नो कप्पइ आयरियउवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए / . 11. निग्गन्थस्स.णं नवडहरतरुणस्स आयरियउवज्झाए वसिंभेज्जा; नो से कप्पइ अणायारिय-15 उवज्झायस्स होत्तए / कप्पइ से पुत्वं आयरियं उद्दिसावेत्ता तओ पच्छा उवज्झायं / से किमाहु भन्ते ? दुसंगहिए समणे निग्गन्थे, तं ज़हा आयरिएणं-उवज्झाएण य / - 12. निग्गन्थीए णं नवडहरतरुणीए आयरियउवज्झाए वीसं भेज्जा; नो से कप्पइ अणायरियउवज्झाइयाए होत्तए। कप्पइ से पुव्वं आयरियं उद्दिसावेत्ता तओ उवज्झायं तओ पच्छा पवत्तिणिं। से किमाहु भन्ते ? तिसंगहिया समणी निग्गन्थी, तंजहा-आयरिएणं उवज्झाएणं पवत्तिणीए य। 20 13. भिक्खू य गणाओ अवकम्म मेहुणं पडिसेवेज्जा, तिण्णि संवच्छराणि तस्स तप्पत्तियं नो कप्पइ आयरियत्तं वा जाव गणावच्छेइयत्तं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा / तिहिं संवच्छेरेहिं वीइक्वन्तेहिं चउत्थगसि संवच्छरांस पट्ठियंसि ठियस्स उवसन्तस्स उवरयस्स पडिविरयस्स एवं से कप्पइ आयरियत्तं वा जाव गणावच्छेइयत्तं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा।। 14. गणावच्छेइए गणावच्छेइयत्तं अनिक्खिवित्ता मेहुणधम्म पडिसेवेज्जा, जावज्जीवाए तस्स तप्प-25 तियं नो कप्पइ आयरियत्तं वा जाव गणावच्छेइयत्तं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा। 15. गणावच्छेइए गणावच्छेइयत्तं निक्खिवित्ता मेहुणधम्म पडिसेवेज्जा, तिण्णि संवच्छराणि ....( जहा 13 )....धारेत्तए वा। 16. 17. आयरियउवज्झाए आयरियउवज्झायत्तं....( जहा 14, १५)....धारत्तए वा / : 18. भिक्खू य गणाओ अवकम्म ओहायइ तिण्णि संवच्छराणि....(जहा १३)....धारेत्तए वा / 30 6 K. S.

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