Book Title: Kalp Vyavahar Nisheeth Mul Matra
Author(s): Jinvijay
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 63
________________ 62 ] वीसइमो उद्देसओ [20, 50-55 एज्जा, अहावरा पक्खिया आरोवणा....( जहा ३२)....तण परं स-वीसइराया तिण्णि मासा / 50. स-विसइराय-तेमासियं परिहार-ट्ठाणं पट्ठविए अणगारे अन्तरा दोमासियं परिहार-ट्ठाणं पडिसेवित्ता आलोएजा, अहावरा वीसइ-राइया आरोवणा....(जहा ३२)....तेण परं स-दसराया चत्तारि मासा / 51. स-दसरायचाउम्मासियं परिहार-ट्ठाणं पट्ठबिए अणगारे अन्तरा मासियं परिहार-ठाणं पडिसे. वित्ता आलोएज्जा, अहावरा पक्खिया आरोवणा....( जहा ३२)....तेण परं पञ्चूणा पञ्च मासा / 52. पञ्चूण पञ्च-मासियं परिहार-ट्ठाणं पट्ठविए अणगारे अन्तरा दो मासियं परिहार-ट्ठाणं पडिसेवित्ता आलोएज्जा, अहावरा वीसइ-राइया आरोवणा ....( जहा ३२)....तेण परं अद्ध-छट्ठा मासा / 53. अद्ध-छट्ठ-मासियं परिहार-ट्ठाणं पट्ठविए अणगारे अन्तरा मासियं परिहार-ट्ठाणं पडिसेवित्ता आलोएज्जा अहादरा पक्खिया आरोवणा....( जहा 32 )....तेण परं छम्मासा / दसण-चरित्त-जुत्तो जुत्तो गुत्तीसु सज्जण-हिएम् / नामेण विसाहगणी महत्तरओ नाण-मंजूसा / / 1 // कित्ती-कन्ति पिणडो जस-पओ पडओ तिसागर-निरुद्धो।' पुणरत्तं भमइ महिं ससि व्व गगणं गुणं तस्स / / 2 / / तस्स लिहियं निसीहं धम्मधुरा-धरण-पवर-पुज्जस्स / आरोग्गं धाराणज्ज सिस्था पसिस्सोवभोजन / / 3 / / 15 // समत्तं निसीहसुत्तं //

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