Book Title: Jainendra Siddhanta kosha Part 3 Author(s): Jinendra Varni Publisher: Bharatiya Gyanpith View full book textPage 5
________________ संकेत-सूची अ.ग श्रा..../ अन ध..1.1.. आ.अनु . आ.१..../.../.. आप्त प ../.../.. आप्त मी. इ उ/मू .... क.पा-18--/-.1.. का अ./मू. कुरल../... क्रिक... । क्रि.को.. क्ष.सा /मू. / गुण.श्रा.... गो.क./मू....... गो.क./जो प्र..... .. गो जी /मू....... गो.जी./जी प्र.../.../. ज्ञा..../.../... ज्ञा.सा.. चा पा/मू.../.. चा.सा .../... ज.प..../... जै.सा. ../... जै.पी... त अनु ... त वृ.../.../.../.. त.सा..../.../... अमितगति श्रावकाचार अधिकार स /श्लोक सं. प. वंशीधर शोलापुर, प्र.सं., वि.सं. १९७६ अनगारधर्मामृत अधिकार सं / श्लाक स./पृष्ठ स.पं. खूबचन्द शोलापुर, प्र सं., ई.१६.१९२७ आत्मानुशासन श्लोक सं आलापपद्धति अधिकार स /सूत्र स /पृष्ठ स , चौरासी मथुरा, प्र.सं., वी. नि. २४५६ आप्तपरीक्षा श्लोक सं./प्रकरण सं./पृष्ठ सं, वीरसेवा मन्दिर सरसावा, प्र. स., वि.सं २००६ आप्तमीमांसा श्लोक सं. इष्टोपदेश/मूल याटीका श्लो.सं /पृष्ठ सं.(समाधिशतक्के पीछे) 4.आशाधरजी कृत टीका, वीरसेवा मन्दिर दिल्ली कषायपाहुड पुस्तक सं. भाग स./प्रकरणस /पृष्ठस./पंक्ति सं., दिगम्बर जैनसंघ, मथुरा,प्र.सं.,वि.सं २००० कार्तिकेयानुप्रेक्षा/मूल या टोका गाथा स , राजचन्द्र ग्रन्थमाला, प्र.स ई.१९६० कुरल काव्य परिच्छेद सं./श्लोक सं, प.गोविन्दराज जैन शास्त्री, प्र.सं..वी.नि.सं. २४८० क्रियाकलाप मुख्याधिकार स.-प्रकरण स./श्लोक स./पृष्ठ सं , पन्नालाल सोनी शास्त्री आगरा,वि.सं.१९१३ क्रियाकोश श्लोक सं, प.दौलतराम क्षपणसार/मूल या टीका गाथा सं /पृष्ठ स., जेन सिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था, कलकत्ता गुणभद्र श्रावकाचार श्लोक सं. गोम्मटसार कर्मकाण्ड मूल गाथा स./पृष्ठ सं..जैन सिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था. कलकत्ता गोम्मटसार कर्मकाण्ड/जीव तत्त्व प्रदोपिका टोका गाथा स /पृष्ठ सं./पक्ति सं..जैन सिद्धान्त प्रका, संस्था गोमट्टसार जीवकाण्ड/मूल गाथा स./पृष्ठ स., जेन सिद्धान्त प्रकाशिनो संस्था, कलकत्ता गोमट्टसार जीवकाण्ड/जीव तत्त्वप्रदीपिका टीका गाथा स./पृष्ठ सं./क्ति सं..जेनसिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था ज्ञानार्णव अधिकार सं./दोहक सं./पृष्ठ स राजचन्द्र ग्रन्थमाला, प्र.सं./ई. १९०७ ज्ञानसार श्लोक सं. चारित्त पाहुड/मूल या टोका गाथा सं/पृष्ठ सं., माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, बम्बई,प्र.सं., वि.सं. १९७७ चारित्रसार पृष्ठ सं./पंक्ति सं., महावीर जी, प्रसं.. वी.नि २४८८ जंबूदोवपण्णत्तिस गहो अधिकार स./गाथा स. जैन संस्कृति संरक्षण सघ, शोलापुर, वि.सं.२०१४ जैन साहित्य इतिहास खण्ड सं./पृष्ठ सं., गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थमाला, वी.नि. २४८१ जैन साहित्य इतिहास/पूर्व पीठिका पृष्ठ सं गणेशपसाद वर्णी ग्रन्थमाला, वा.नि. २४८१ तत्त्वानुशासन श्लोक स , नागसेन सूरिकृत, वीर सेवा मन्दिर देहली. प्र.स., ई. १९६३ तत्त्वार्थवृत्ति अध्याय सं./सूत्र सं /पृष्ठ संपंक्ति सं, भारतीय ज्ञानपीठ, बनारस, प्र.स ,ई १६४६ तवार्थसार अधिकार सं/श्लोक स./पृष्ठ सं ,जैनसिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था कलकत्ता, प्रसई स.१६२१ तत्त्वार्थ सूत्र अध्याय सं /सूत्र सं तिलोयपग्णत्ति अधिकार सं गाथा से, जीवराज ग्रन्थमाला, शोलापुर, प्र.स..वि.सं. १६६६ तीर्थकर महावीर और उनकी आचार्य परम्परा, पृष्ठ स., दि जैन विद्वद्वपरिषद्, सागर, ई. १६७४ त्रिलोकसार गाथा सं., जैन साहित्य बम्बई, प्र. स., १९१८ दर्शनपाहुड/मूल या टोका गाथा सं./ पृष्ठ स , माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, बम्बई, प्र.म , विसं. १९७७ दर्शनसार गाथा स., नाथूराम प्रेमी, बम्बई, प्रसं., वि. १६७४ द्रव्यसंग्रह/मूल या टोका गाथा सं /पृष्ठ सं.. देहली, प्र स ई १९५३ धर्म परीक्षा श्लोक सं. धवला पुस्तक संखण्ड स , भाग, सूत्र/पृष्ठ स./पंक्ति या गाथा स , अमरावती, प्र. स. नयचक्र बृहद् गाथा सं श्रोदे मेवनाचार्यकृत, माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, बम्बई प्रस,वि.स ११७७ नयचक्र/श्रुत भवन दीपक अधिकार सं /पृष्ठ स., सिद्ध सागर, शोलापुर नियमसार मूल या टोका गाथा सं. नियमसार/तात्पर्य वृत्ति गाथा सं./कलश सं. न्यायदीपिका अधिकार सं./प्रकरण सं /पृष्ठ सं /पंक्ति म. वीरसेवा मन्दिर देहली. प्र.सं. वि.सं २००२ न्यायविन्दु/मूल या टोका श्लोक सं., चौखम्बा संस्कृत सीरीज, बनारस न्यायविनिश्चय/मूल या टीका अधिकार सं श्लोक /पृष्ठ संपंक्ति सं , ज्ञानपीठ बनारस न्यायदर्शन सुत्र/मूल या टीका अध्याय स /आह्निक सूत्र सं./पृष्ठ स मुजफ्फरनगर, द्वि सं..ई. १६३४ पचास्तिकाय/मूल या टीका गाथा सं /पृष्ठ सं., परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, प्र.सं.. वि १९७२ ५चाध्यायी/पूर्वाध श्लोक सं, पं देवकीनन्दन. प्र सं , ई. १९३२ पंचाध्यायी/उत्तरार्ध श्लोक स., ५ देवकीनन्दन, प्रसं. ई १६३२ पद्मनन्दि पंचविंशतिका अधिकार सं /श्लोक सं जीवराज ग्रन्थमाला, शोलापुर, प्र.सं ,ई १९३२ पंचसग्रह/प्राकृत अधिकार स गाथा स.. ज्ञानपीठ , बनारस प्र. सं ई. १६६० पचसंग्रह/संस्कृत अधिकार स./श्लोक संप सं./प्रा. की टिप्पणी.प्र.सं,ई १९६० ति प.../... ती.... त्रि सा.... द पा./मू.../... द.सा.... द्र.सं./मू....... धप ध....1111/--. न च.बृ... न च /श्रुत /... नि.सा./भू... नि.सा/ता.वृ..../क... न्या दी...18-/.../... न्या.बि /मू.... न्या वि /मू..../.../..1 न्या.सू./मू./...//.. पं का./मू.../.. पं.ध/पू. . पंध/उ.. पं.वि........ प.सं./....... पं.सं./सं .../... Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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