Book Title: Jainendra Laghuvrutti
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 4
________________ नमोऽनेकान्ताय । है स्वर्गीय पूज्य सिंघई चतुर्भुजात्यस्य पितुः स्मरणार्थी श्रीमद्देवनन्याचार्य विरचित जैनेन्द्र व्याकरणस्य श्रीमदभयनन्दिकृत महावृत्ति माश्रित्प धर्मशाखिपदोपहितेन पण्डित श्री राजकुमारेण विरचिता 1 SALALA147 जैनेन्द्रलघुवृत्तिः । काशीस्थ श्रीस्याद्वाद महाविद्यालयाध्यापकेन पण्डित सुब्रह्मण्यशास्त्रिणा टिप्पण्यादि शोधन पुरस्कारेणसुपरिष्कृता । पर CANASHOGI इपंच पं. गुलाबचन्द्रेण तथा सागरान्तर्गत गौरझामर निवासिना चौधरी महेन्द्रकुमारणच काशीस्थ बाबूश्री. जयकृष्णदास-हरिदास -गुप्त महोदयानां विद्याविलास मुद्रणालये मुद्रापयि.. . त्या प्रकाशिता। वीरनिवाण संवत् २४४९। प्रथमावृत्तिः १००० स्रीष्टान्दः १९२४॥ [मूल्यमेकरून्यकम् ।

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