Book Title: Jain Tirth Parichayika
Author(s): Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 164
________________ गुजरात श्री मेहसाणा तीर्थ पेढ़ी: श्री सीमंधर स्वामी जिनमंदिर पेढी नेशनल हायवे, मेहसाणा (गुजरात) फोन : (02762) 51674 जैन तीर्थ परिचायिका मूलनायक : श्री सीमंधर स्वामी, श्वेतवर्ण, पद्मासनस्थ। मार्गदर्शन : मेहसाणा बस स्थल से मंदिर की दूरी लगभग 2 कि.मी. है। रेल्वे स्टेशन से यह तीर्थ 1.5 कि.मी. दूर स्थित है। गुजरात का प्रमुख नगर होने के कारण यहाँ सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। अहमदाबाद से कलोल होते हुए यह 80 कि.मी. दूर पड़ता है। सिद्धपुर यहाँ से 37 कि.मी. दूरी पर स्थित है। शंखेश्वर यहाँ से 94 कि.मी., तारंगा हिल 56 कि.मी. पाटण 51 कि.मी. मोढेरा 25 कि.मी. और महुडी 53 कि.मी. दूर हैं। परिचय : आचार्य श्री कैलाससागरसूरी जी म. की प्रेरणा से यहाँ पर भव्य जिनमंदिर का निर्माण हुआ है। अहमदाबाद-दिल्ली रेल मार्ग पर यह तीर्थस्थान होने के कारण यात्रियों का आवागमन बडी संख्या में रहता है। मूलनायक श्री सीमंधर स्वामी की प्रतिमा 145 इंच ऊँची तथा विशाल है। पद्मासन में विराजित इतनी भव्य प्रतिमा अन्यत्र कम देखने को मिलती है। इस मंदिर में शिल्पकला का सुन्दर नमूना देखने को मिलता है। इस मंदिर के अलावा मेहसाणा में और चौदह प्राचीन जिनमंदिर हैं। यहाँ पर अनेक जैन संस्थाएँ कार्य करती हैं। यहाँ की यशोविजय जैन पाठशाला का कार्य प्रशंसनीय है। यहाँ से शिक्षित अनेक विद्यार्थी धार्मिक शिक्षक बने हैं, तो कईयों ने जैन साधु की दीक्षा ली है। ठहरने की व्यवस्था : मंदिर के पास ही बड़ी धर्मशालाएँ तथा भोजनशाला हैं। श्री विजापुर तीर्थ ___ मूलनायक : श्री स्फुल्लिंग पार्श्वनाथ भ., श्वेतवर्ण, पद्मासनस्थ। पेढ़ी : मार्गदर्शन : यह तीर्थ मेहसाणा-हिम्मतनगर मार्ग पर मेहसाणा से 50 कि.मी. दूर स्थित है। यहाँ श्री स्फुल्लिंग पार्श्वनाथ से हिम्मतनगर 24 कि.मी. दूर स्थित है। महान चमत्कारिक घंटाकर्ण महावीर का तीर्थस्थल भगवान महुडी यहाँ से 10 कि.मी. दूर है। श्रीमद बद्धिसागरसरि जैन परिचय : इस तीर्थ का निर्माण अभी कुछ वर्ष पूर्व हुआ है। नई शैली से यहाँ पर सुन्दर जिनमंदिर समाधि मंदिर बना है। मंदिर के पास ही श्री पद्मावती माता, श्री घंटाकर्ण महावीर, श्री मणिभद्र इनके मंदिर मु. विजापुर, जि. मेहसाणा हैं। यहाँ आचार्य श्री बुद्धिसागरसूरी जी की दादावाड़ी है। यहाँ के मन्दिर परिसर में शासन (गुजरात) देवियों के भव्य भित्ति चित्र बहुत ही कलात्मक हैं। मन्दिर की शोभा दर्शनीय है। फोन : (02763) 20209 ठहरने की व्यवस्था : यहाँ पर धर्मशाला तथा भोजनशाला है। श्री तारंगा तीर्थ मूलनायक : श्री अजितनाथ भ., श्वेतवर्ण, श्री संभवनाथ भ. (दिगम्बर मंदिर)। पेढ़ी : मार्गदर्शन : यहाँ से लगभग 1 कि.मी. दूरी पर कोटिशिला स्थल है, जो अनेक मुनियों की 1. श्री आनंद जी तपोभूमि है। यह स्थान मेहसाणा से 61 कि.मी. दूरी पर है। पहाड़ तक पक्की सड़क है। यह कल्याणजी श्वेताम्बर तीर्थ खेरालू से 14 कि.मी. दूर स्थित है। तारंगा रेल्वे स्टेशन से मन्दिर 10 कि.मी. दूर स्थित मर्तिपूजक जैन पेढी, है। स्टेशन से तीर्थ के लिए बस सेवा उपलब्ध है। तारंगा हिल, ता. खेरालू, परिचय : इस गांव का नाम बौद्ध देवी 'तारा देवी' के नाम पर है। इस तीर्थ का निर्माण जैन जि. मेहसाणा (गुजरात) सम्राट कुमारपाल ने विक्रम संवत् 1221 में किया। बाद में विक्रम संवत् 1479 में ईडर फोन : 02761-5340 निवासी गोविंदभाई श्रेष्ठी ने इसका जीर्णोद्धार किया। यह मंदिर 230 फुट लम्बे तथा चौड़े 2. श्री दिगम्बर जैन कोठी चौक के मध्य में स्थित हैं, मंदिर 142 फुट ऊँचा, 150 फुट लम्बा तथा 100 फुट चौड़ा है। तारंगा टैम्पल सिद्ध क्षेत्र भारत में इतने विशाल चौक में ऐसा भव्य मंदिर अन्यत्र दुर्लभ है। मंदिर के निर्माण में पत्थर मु. पो. तारंगा हिल, के साथ केघट नाम की लकड़ी का उपयोग किया है। इस लकड़ी की विशेषता यह है कि ता. खेरालू, जि. मेहसाणा आग लगने पर भी वह नहीं जलती। मंदिर का चार मंजिला चंदनवर्ण पाषाण का गगनचुंबी फोन : 02761-53439 कलात्मक शिखर विशाल रंगमंडप के साथ दिव्यलोक जैसा प्रतीत होता है। मंदिर के 134 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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