Book Title: Jain Tirth Parichayika
Author(s): Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 170
________________ गुजरात | जैन तीर्थ परिचायिका ठहरने की व्यवस्था : यहाँ धर्मशाला तथा भोजनशाला है। मधेरा-मधेरा की ख्याति कारीगरी की अनुपम उत्कृष्टता वाले सूर्य मन्दिर के लिए है। इस मन्दिर में कुण्ड, सभागार एवं प्रासाद है। यहाँ की नक्काशी आदि पर कोणार्क के सूर्य मन्दिर की छाप है। इस मन्दिर की विशिष्टता यह थी कि सूर्योदय के समय सूर्य की किरणें सीधी सूर्यदेव की प्रतिमा पर पड़ती थी। आज मूल प्रतिमा यहाँ नहीं है। परन्तु अन्दर प्रासाद में , 12 मूर्तियाँ हैं। मधेरा से 17 कि.मी. दूर बेचराजी मन्दिर भी दर्शन योग्य है। यह मन्दिर अनेकों किंवदतियों से घिरा है। यहाँ की आराध्य देवी दुर्गा है। श्री चारूप तीर्थ पेढ़ी: श्री चारूप जैन श्वेताम्बर महातीर्थ पेढी मु. पो. चारूप, जिला पाटण-384 285 (गुजरात) फोन : 02766-84609 मूलनायक : श्री श्यामला पार्श्वनाथ भ., श्यामवर्ण, पद्मासनस्थ। मार्गदर्शन : पाटण से यह तीर्थस्थान 14 कि.मी. दूरी पर है। चारूप रेल्वे स्टेशन से बस और रिक्शा का साधन उपलब्ध है। तीर्थ पर प्रात: 9 बजे, दोपहर 3 एवं 3.30 बजे बस उपलब्ध रहती है। यहाँ से मेत्राणा 24 कि.मी. दूर है। परिचय : प्राचीनकाल में श्री आषाढ़ी श्रावक ने यहाँ पर तीन प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा करवायी, उनमें से यह एक है। यह प्रतिमा प्राचीन शिल्पकला का अद्वितीय नमूना है। विक्रम की अठारहवीं शताब्दी में यह मंदिर जीर्ण हो गया, तब विक्रम संवत् 1938 में पाटण के श्रावकों ने इस तीर्थ की व्यवस्था संभाली, उसका जीर्णोद्धार करके विक्रम संवत् 1984 में पुनः प्रतिष्ठा करवायी। यहाँ पूजा का समय प्रातः 10 बजे है। ठहरने की व्यवस्था : यहाँ पर धर्मशाला तथा भोजनशाला है। भोजनशाला का समय प्रातः 12 बजे एवं सायं 5.30 बजे का है।। श्री मेत्राणा तीर्थ मूलनायक : श्री आदीश्वर भगवान, श्वेतवर्ण, पद्मासनस्थ। मार्गदर्शन : यह तीर्थस्थान सिद्धपुर से 12 कि.मी. दूरी पर है। चारूप से 20 कि.मी. तथा पाटण पेढ़ी : से 35 कि.मी. दूर है। निकटतम रेल्वे स्टेशन सिद्धपुर है। पालनपुर 47 कि.मी. दूर है। श्री ऋखबदेव भगवान जैन अहमदाबाद से 148 कि.मी. है। सभी स्थानों से तीर्थ के लिए बस सुविधा उपलब्ध है। श्वैताम्बर देरासर कारखाना परिचय : प्राचीन शिलालेख के अनुसार यह तीर्थ चौदहवीं शताब्दी पूर्व का प्रतीत होता है। कुछ मु. पो. मेत्राणा, समय तक यह तीर्थस्थान अज्ञात रहा, बाद में एक धर्मनिष्ठ श्रावक ने स्वप्न में कुछ प्रतिमाएँ ता. सिद्धपुर, देखीं, उसने उन्हें भूगर्भ से निकाला, विक्रम संवत् 1947 में विशाल मंदिर बनवाकर प्रतिमा जि. पाटन-384 290 की पुनः प्रतिष्ठा करवायी। यहाँ अखंड दीपक 155 वर्ष से प्रज्ज्वलित है। (गुजरात) ठहरने की व्यवस्था : यहाँ पर पूर्ण सुविधायुक्त 54 कमरों की धर्मशाला तथा भोजनालय है। फोन : 02867-87458 एक बजे भोजनालय बंद हो जाता है। श्री वालम तीर्थ पेढ़ी: जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक देरासर मु. पो. वालम, ता. वीसनगर, सी जि. पाटण (गुजरात) फोन : (02765) 85043 मूलनायक : श्री नेमिनाथ भगवान, श्यामवर्ण। मार्गदर्शन : वीसनगर रेल्वे स्टेशन से यह स्थान 10 कि.मी. दूरी पर है। ऊँझा से यह स्थान __ 11 कि.मी. है। ऊँझा से बस, टैक्सी आदि की सुविधाएं उपलब्ध हैं। पाटण, मेहसाणा व महुडी से यहां के लिए बस सेवा उपलब्ध है। परिचय : वालम गाँव के मध्य में नागरवाडे मोहल्ले में यह मंदिर है। यहाँ की प्रभु प्रतिमा प्राचीन एवं सुन्दर है। ठहरने की व्यवस्था : मन्दिर के निकट धर्मशाला है। तथा भोजनशाला की सुविधा है। 140 Jain Education International 2010 03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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