Book Title: Jain Sukta Sandoha Author(s): Kailassagarsuri Publisher: Kailas Kanchan Bhavsagar Shraman Sangh Seva Trust Mumbai View full book textPage 4
________________ जिव्या शब्दशाम्य उपजनमहिनी ज्ञानदान:विषयः, म्यादा भाग्यरत्त्वं विशदपतिः नाणत्यात्यानदीप । व्याख्याने ज्यानकीर्तिः समांकतरखनादेशनाय सुवानान, कैनामाश्चिर्मुनोदः म्यपरममर्यावयररित्रों जयेमि ॥ MORE RRRRRRR प.पू. स्व.ग.आ.भ. श्री कैलाससागर सूरीश्वरजी म.सा.के शिष्यरल नु. श्री कंबनसागरजी म.सा. महेसाणा श्री सीमन्धरस्वामी जिन तीर्थक प्रेरक प.पू.स्व. गच्छाधिपति आ.भ, श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी म.सो. प.पू.स्व.ग.आ.भ. श्री फेलामसागर सूरीश्वरजी म.मा, के शिष्यत्म मु. श्री कंचनसागरजी म.सा.के शिष्याल तपस्वी मु.श्री भावसागरजी म.सा. ! For Privat And Personal Use OnlyPage Navigation
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