Book Title: Jain Society Houston TX 1995 11 Pratistha
Author(s): Jain Society Houston TX
Publisher: USA Jain Society Houston TX

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Page 22
________________ Celebrating Jain Center of Houston Pratishtha Mahotsav 1995 Jain Education International शुभेच्छा-संह भार मा छैन सोसायटी खोई ह्युस्टनमा प्रतिष्ठा महोत्सव समये पाठवता डीडी शुलच्छायो राय साहूने दुध्य की खानंह व्यक्त हुनु छु स्वायगा बिन मेहिरो स्यायरशी धर्मभावना, संस्कृति भने स्थापत्यना महान स्वीडो छ रेजने होभा या खखेनी स्नायकानो विास बसे अनिष्ठालो महिमार्थतो मंगलमय हिवस पेमा किन शर्त जोनी संतिष्ठा असे त्यारे व्यायाने सहुने यापली लापनायो सगर दुरखानु पो संलु यांसे स्नुनि दुखानु खाद्यसंबन डड्यु छोड़ बिनभूमूर्तिना यथार्थ दर्शनशी मानकर सुख दुःख जुली काय छे यांने खाने शितनी निर्माजना प्राप्त थाय छ, व्यायामह शास्त्रद्वार वायाया हरिभद्रसूरी भा हथा ने जानी सूर्यानयोग्य इरा सत्यवन्दनतः सभ्यङ्ग सुत्ला तस्मात् Sof size: act, a series !! सैन्य स्पेटले टु बिन मंदिर खथया धर्मशास्त्रांचे न d. लाव: प्रकयते । बिहन सुविभाने योग्य रीजे वंदन दुरसाथी उत्कृष्ट शुभ लाप भगे छे वा शुभ लाव थी दुर्मजो अथ धाय छे सानो दुर्मना अन्य भी सर्व उल्यायनी साहित धाय छे" 1t या धबारों BIO राजे हसुरेल मैन सोसायटी जाँई धुक्टन द्वारा प्रतिष्ठा संभारोह क ग्यात्माखोला हृदयमा धर्मना उत्कृष्ट लायोनी प्रतिष्ठानों समारंभ बनी राहो खानुं अरग स्पे छ हुँ किनेश्वर इधनी भूलिद तमाम कवोनुं धर्मग्रंथो नौधा छं ट्रु छुट्याए हरनारी छ स्वायरमा महान बिन प्रतिमा येथे संसार इसी समुद्राने तरी कवा मारनी नौडा राग क्षेष रूप शत्रुस्यो क्थ पभावनारी छो खाधि प्याधि रखने उपाधिका विविध तापशी बयाजुच्या खात्याने विश्रांति संधानु उत्तम संश्रिय स्थान छो देखने बवारविभा मार्ग साँधली દીવા છે. लूझा पडला मुसाडू रोने साथी M2. छ থ धर्मभावना उसासको विवशासन મહેત ઉત્તમ 2011 प्रसंगे स्याय सहनी साभार धने पनन्य उत्साह बंधने खंतरला यानंद सानुला थाय छे, तमाश साहुना हृध्यमां प्रत्येना उग्य लायनाने वसता ভरি त प्रগো! २ व्यं नेष्জ্র ( हुआारयाज हसा "It's not the load that breaks you down, its the way you carry it" Page 12 For Private & Personal Use Only (Percy Shelley) www.jainelibrary.org

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