Book Title: Jain Puran kosha
Author(s): Pravinchandra Jain, Darbarilal Kothiya, Kasturchand Suman
Publisher: Jain Vidyasansthan Rajasthan

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Page 521
________________ परिशिष्ट १. मिथ्योपदेश ४. न्यासापहार अचौर्याव्रत के अतिचार १. स्तेनप्रयोग २. तदाहृतादान ४. होनाधिकमानोरमान ५ प्रतिरूपक व्यवहार सत्याणुव्रत के अतिचार २. रहोभ्याख्यान ५. साकारमन्यमेव १. परविवाहकरण २. अनंगक्रीडा ४. अगृहीत्वरिकागमन ५. कामतीव्राभिनिवेश ब्रह्मचर्याणुव्रत के अतिचार १. हिरण्य-सवर्ण - प्रामाणातिक्रम २. वास्तु क्षेत्र प्रामाणातिक्रम ३. धन-धान्य - प्रामाणातिक्रम ४. दासी दास - प्रामाणातिक्रम प्रमाणातिक्रम ५. १. अधोव्यतिक्रम ४. स्मृत्यन्तराधान १. प्रेष्य-प्रयोग ४. शब्दानुपात परिग्रहपरिमाणयत के अतिचार दिग्व्रत के अतिचार Jain Education International ० तिर्यग्व्यतिक्रम ५. क्षेत्र - अनर्थदण्डव्रत के अतिचार १. कन्दर्प २. कीलकृष्ण ३. मौखयं ४. असमीक्ष्याधिकरण ५. उपभोगापरिभोगानर्थ क्य २. फूटलेख किया देशव्रत के अतिचार २. आनयन ५. रूपानुपात हपु० ५८.१७९ सामायिक शिक्षावत के अतिचार १. मनोयोग विधान २. वचनयोग दुष्प्रणिधान ३. काययोग दुष्प्रणिधान पु० ५८.१६६-१७० ३. विरुद्ध राज्यातिक्रम हपु० ५८. १७१-१७३ मपु० २०.१६५, हपु० ५८. १७६ ३. गृहीते त्वरिकागमन पु० ५८, १७४-१७५ ३. ऊर्ध्वव्यतिक्रम हपु० ५८.१७७ ३. पुद्गल क्षेप हपु० ५८. १७८ अनर्थदण्डवत के भेद १. पापोपदेश २. अपध्यान ३. प्रमादाचरित ४. हिंसादान ५. ति हपु० ५८.१४६ अतिथिसंविभागवत के अतिचार १. सचित्त निक्षेप २. सचित्तावरण ३. पर व्यपदेश ४. अनादार ५. स्मृत्यनुपस्थान हपु० ६८.१८० प्रोषधोपवास व्रत के अतिचार १. अनवेक्ष्य मलोत्सर्ग २. अनवेक्ष्यादान ३. अनवेक्ष्यसंस्तरसंक्रम ४. अनैकाग्रता ५. अनादर १. सचित्ताहार २. सचित्त संबंधाहार ३. सचित्त सन्मिश्राहार १. ऋषभदेव २. अजितनाथ हपु० ५८. १८१ उपभोगपरिभोग परिमाणव्रत के अतिचार ३. सम्भवनाथ ४. अभिनन्दननाथ ५. सुमतिनाथ ६. पद्मप्रभ ७. सुपार्श्वनाथ ८. चन्द्रप्रभ ९. पुष्पदन्त १०. शीतलनाथ ११. श्रेयांसनाथ १२. वासुपूज्य १. भरत ४. सनत्कुमार ७. अरनाथ १०. हरिषेण १. त्रिपृष्ठ ४. पुरुषोत्तम ७. दत्त For Private & Personal Use Only जैन पुराणकोश: ५०३ ४. मात्सर्य ५. कालालिकम शलाका-पुरुष वर्तमान चोबीस तीर्थकुर ० ५८.१८३ सल्लेखना के अतिचार १. जीव २. मरणाशंसा ३. निदान ४. सुखानुबन्ध ५. मित्रानुराग ४. अभिषवाहार ५. दुष्पक्वाहार २. सगर ५. शान्तिनाथ २. द्विपृष्ठ ५. पुरुषसिंह ८. लक्ष्मण हपु० ५८.१८४ हपु० ५८.१८२ १३. विमलनाथ १४. अनन्तनाथ १५. धर्मनाथ १६. शान्तिनाथ १७. कुन्थुनाथ १८. अरनाथ १९. मल्लिनाथ २०. मुनिसुव्रतनाथ २१. नमिनाथ पपु० ५.२१२-२१६, हपु० ६०.१३८-१४१ वर्तमान बारह चक्रवर्ती २२. नेमिनाथ २३. पार्श्वनाथ २४. महावीर ३. मघवा ६. कुन्थुनाथ ८. सुभूम ९. महापद्म ११. जयसेन १२. ब्रह्ममदत्त हपु० ६०.२८६-२८७, वीवच० १८.१०९-११० वर्तमान ९ नारायण ३. स्वयम्भू ६. पुण्डरीक ९. कृष्ण हपु० ६०.२८८-२८९ www.jainelibrary.org

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