Book Title: Jain Maru Gurjar Kavi Aur Unki Rachnaye
Author(s): Agarchand Nahta, 
Publisher: Abhay Jain Granthalay

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Page 3
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भ० महावीर के २५००वें निर्वाण महोत्सव के उपलक्ष में अभय जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक ३४ - नैन मरु-गूर्जर कवि और उनकी रचनाएं [जैन गूर्जर कवियो भाग १-२-३ को अनुपूर्ति ] भाग १ [ ११वीं से १६वीं शताब्दी तक का ] संपादक अगरचन्द नाहटा द्रव्य सहायक श्री जैन श्वेताम्बर कॉन्फ्रेन्स, बम्बई प्रकाशक श्री अभय जैन ग्रन्थालय नाहटों को गवाड़, बीकानेर मूल्य पांच रुपया बद २०३१ Phone : मुद्र क-एजूकेशनल प्रेस, फड़ बाजार, बीकानेर For Private and Personal Use Only

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