Book Title: Jain Jati ka Hras aur Unnati ke Upay Author(s): Kamtaprasad Jain Publisher: Sanyukta Prantiya Digambar Jain Sabha View full book textPage 2
________________ ॐ नमः सिद्धेभ्यः जैन जाति का हास और उन्नति के उपाय ! लेखक:-- कामताप्रसाद जैन, उ० सं० "वीर" दातार:श्रीयुत बाबू शिवचरणलालजीजैन, रईस, जसन्वतनगर (इटावा) प्रकाशक:श्री संयुक्त प्रान्तीय दि. जैन सभा के प्रान्तीयदशा परिचायक मन्त्री मूल्य:"समाज-सुधार"Page Navigation
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