Book Title: Jain Hiteshi 1921 Ank 01 02
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

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Page 2
________________ नियमावली | १ जैनहितैषी का वार्षिक मूल्य ३) तीन रुपया पेशगी है । २ ग्राहक वर्ष के श्रारम्भसे किये जाते हैं और बीचमें वें अंकसे । श्रधे वर्षका मल्य १॥) i ३ प्रत्येक अंकका मूल्य । चार श्राने । ४ लेख, बदलेके पत्र, समालोचनार्थ पुस्तकें आदि 'बाबू जुगुल किशोरजी मुख्तार, सरसावा (सहारनपुर ) ” के पास भेजना चाहिए। सिर्फ प्रबन्ध और मूल्य आदि सम्बन्धी पत्रव्यवहार इस पतेसे किया जायः मैनेजर जैन ग्रंथ-रत्नाकर कार्यालय, हीराबाग, पो० गिरगाँव, बम्बई । पुष्पलता । हिन्दीमें एक नये लेखक की लिखी हुई अपूर्व गल्पें । प्रत्येक गल्प मनोरंजक, शिक्षा प्रद और भावपूर्ण है । सभी गल्पें स्वतन्त्र हैं और हिन्दीसाहित्यके लिये गौरवकी चीज हैं। जो लोग अनुवाद ग्रन्थोंसे अरुचि रखते हैं उन्हें यह मौलिक गलग्रन्थ अवश्य पढ़ना चाहिए । ७-८ चित्रोंसे पुस्तक और भी सुन्दर हो गई है । हिन्दीग्रन्थ- रत्नाकर-सीरीजका यह ४९वाँ ग्रन्थ है । मूल्य १) सजिल्दका १ ॥ आनंदकी पगडंडियाँ । जेम्स एलेन अँगरेजीके बड़े ही प्रसिद्ध श्रध्यात्मिक लेखक हैं। उनके ग्रन्थ बड़े ही मार्मिक और शान्तिप्रद गिने जाते हैं । अँगरेजी में उनका बड़ा मान है । यह ग्रन्थ उन्हींके 'Byways of Blessedness नामक ग्रन्थका अनुवाद है । प्रत्येक विवेकी और विचारशील पुरुषको यह ग्रन्थ पढ़ना चाहिए । मूल्य १) सजिल्दका १ ॥ ) Jain Education International सुखदास । जार्ज - ईलियट के सुप्रसिद्ध उपन्यास 'साइलस मारनर' का हिन्दी रूपान्तर । इस पुस्तकको हिन्दी के लब्धप्रतिष्ठ उपन्यास-लेखक श्रीयुत् प्रेमचन्दजीने लिखा है । बढ़िया एण्टिक पेपर पर बड़ी ही सुन्दरतासे छुपाया गया है। उपन्यास बहुत ही अच्छा और भावपूर्ण है । मूल्य ॥ =) नये ग्रंथ । १ स्वाधीनता - जान स्टुअर्ट मिलकी 'लिबर्टी' का अनुवाद । यह ग्रन्थ बहुत दिनों से मिलता नहीं था, इसलिये फिरसे छपाया गया है । 'स्वाधीनता' की इतनी अच्छी तात्विक आलोचना आपको कहीं न मिलेगी । प्रत्येक विचारशीलको यह ग्रन्थ पढ़ना चाहिए । मूल्य २) सजिल्दका २ || ) २ ज्ञान और कर्म हिन्दीमें अपूर्व तात्विक ग्रन्थ । कलकत्ता हाईकोर्ट के जज स्वर्गीय सर गुरुदास बन्धोपाध्यायके लिखे हुए सुप्रसिद्ध ग्रन्थका अनुवाद | इसमें मनुष्यके इहलोक और परलोकसम्बन्धी सभी विषयोंकी बड़ी विद्वत्तापूर्ण श्रलोचना की गई है। बहुत बड़ा ग्रन्थ है । मूल्य ३) सजिल्दका ३ ॥ ) ३ जान स्टुअर्ट मिल-स्वाधीनताके मूल लेखकका अतिशय शिक्षाप्रद और पढ़ने योग्य जीवनचरित। अबकी बार यह जुदा छपाया गया है । मूल्य ॥ =) दक्षिण अफ्रिकाके सत्याग्रहका इतिहास-लेखक, पं० भवानीदयालजी, ३५ चित्रोंसे युक्त । मूल्य ३ ॥ रूसकी राज्यक्रान्ति-लेखक, पं० रमाशंकर अवस्थी । २३ चित्रोंसे सुशोभित । मू० ३॥ ) तमाखूसे हानि - पं० हनुमत्प्रसादजी वेधकृत । मू० मलावरोध- चिकित्सा- " 1=) 99 मू० 13) फिजी में भारतीय प्रतिज्ञाबद्धकुलीप्रथा-लेखक, एक भारतीय हृदय । मूल्य १) For Personal & Private Use Only www.jalnelibrary.org

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