Book Title: Jain Dharm Sar Sandesh
Author(s): Kashinath Upadhyay
Publisher: Radhaswami Satsang Byas

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Page 360
________________ सन्दर्भ सूची 359 22. चम्पक सागरजी महाराज, आत्म-मन्थन, श्री जैन सदाचार साहित्य समिति, जूनागढ़, 1965, पृ.86 23. गणेशप्रसाद वर्णी, वर्णी-वाणी, प्रथम भाग, पंचम संस्करण, सम्पादक-नरेन्द्र विद्यार्थी, श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, 1968, पृ. 377 # 75 24. हुकमचन्द भारिल्ल, वीतराग-विज्ञान पाठमाला, भाग 2, नवा संस्करण, पंडित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, जयपुर, पृ.6 25. गणेशप्रसाद वर्णी, वर्णी-वाणी, प्रथम भाग, पंचम संस्करण, सम्पादक- नरेन्द्र विद्यार्थी, ____श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, 1968, पृ. 235 # 94 26. हीरालाल जैन (सम्पादक), जैनधर्मामृत, भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी, 1965, पृ. 271 # 1 27. शुभचन्द्राचार्य, ज्ञानार्णव 1/46-47, अनुवादक-पन्नालाल बाकलीवाल, श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई 1927, पृ. 14 28. आचार्य पद्मनन्दि, अनित्य-भावना, श्लोक 20, पृ. 15 29. हीरालाल जैन (संपादक), जैनधर्मामृत, पृ. 323 30. कुंथुसागरजी महाराज, सुधर्मोपदेशामृतसार, आचार्य कुंथुसागर ग्रन्थमाला, सोलापुर, 1940 पृ.94-95 31. वही, पृ.81 32. हुकमचन्द भारिल्ल, तीर्थंकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ, तृतीय संस्करण, श्री वीतराग-विज्ञान साहित्य प्रकाशन, आगरा, 1975, पृ.91 33. अमितगति आचार्य, तत्त्वभावना, टीकाकार-ब्रह्मचारी सीतलप्रसाद, मूलचन्द किसनदास ___कापड़िया, सूरत, 1930, पृ. 15-16 34. गणेशप्रसाद वर्णी, वर्णी-वाणी, प्रथम भाग, पंचम संस्करण, सम्पादक-नरेन्द्र विद्यार्थी, श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, 1968, पृ. 29 # 15 35. वही, पृ. 228 # 41 और पृ. 230 # 55 36. वही, पृ. 234 # 86 37. वही, पृ.69 # 1-6 38. वही, पृ. 22 # 1-3 # 39. वही, पृ. 227 # 31 और पृ. 230 # 52 और 60 40. शुभचन्द्राचार्य, ज्ञानार्णव 24/1 और 5, अनुवादक-पन्नालाल बाकलीवाल, श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई, 1927, पृ. 246

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