Book Title: Jain Dharm Sar Sandesh
Author(s): Kashinath Upadhyay
Publisher: Radhaswami Satsang Byas

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Page 364
________________ सन्दर्भ सूची 34. दीपचंदजी शाह काशलीवाल, सम्पादक- पंडित परमानन्दजी जैन शास्त्री, अनुभव प्रकाश, श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, 1963, पृ. 50 35. ब्रह्मचारी मूलशंकर देशाई, देव गुरु शास्त्र का स्वरूप, श्री दिगम्बर जैन मंदिर, आगरा, 1961, पृ. 33-34 36. पण्डित टोडरमल, मोक्षमार्ग प्रकाशक, पहला अधिकार, पृ. 16-17 363 37. वही, पृ. 15 38. नाटक समयसार, उत्थानिका, छन्द 6; हुकमचन्द भारिल्ल, तीर्थंकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ में पृ. 141 उद्धृत 39. दौलतराम जी, छहढाला, अनुवादक- मगनलालजी जैन, दूसरी आवृत्ति, श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़, 1963, छठवीं ढाल, छन्द 6 और 11, पृ. 137 और 146 40. भक्ति - पाठ - संग्रह, पृ. 25; हुकमचन्द भारिल्ल, तीर्थंकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ, पृ. 134-135 में उद्धृत 41. पद्मसिंह मुनिराज, णाणसार ( ज्ञानसार), भाषा टीकाकार - त्रिलोकचन्द जैन, मूलचन्द किसनदास कापड़िया, सूरत, 1944, श्लोक 32, पृ. 26 42. हुकमचन्द भारिल्ल, वीतराग-विज्ञान पाठमाला, भाग 2 नवा संस्करण, पंडित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, जयपुर 1989, पृ. 48 43. आचार्य पद्मनन्दि, अनित्य - भावना (अनित्यपञ्चाशत् ), अनुवादक - जुगलकिशोर मुख्तार, तृतीय संस्करण, वीर - सेवा - मंदिर, सहारनपुर, 1946, श्लोक 17 (भावार्थ ), पृ. 13-14 44. आचार्य अमितगति, तत्त्वभावना, टीकाकार- ब्रह्मचारी सीतलप्रसाद जी, मूलचन्द किसनदास कापड़िया, सूरत, 1930, पृ. 181 45. दीपचंद जी शाह काशलीवाल, अनुभव प्रकाश, श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़, 1963, पृ. 23 46. वही, पृ.31-32 47. हीरालाल जैन-संपादक, जैनधर्मामृत, द्वितीय संस्करण, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, वाराणसी, 1965, तृतीय अध्याय, श्लोक 13, 14 और 16 और प्रथम अध्याय, श्लोक 36, पृ. 109 और 45 48. दीपचंद जी शाह काशलीवाल, अनुभव प्रकाश, पृ. 24-25 49. पं. टोडरमल कृत मोक्षमार्ग प्रकाशक पर कानजी स्वामी के प्रवचन, मोक्षमार्ग प्रकाशक की किरणें, अनुवादक - मगनलाल जैन, श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़, 1950, 7.205-206

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