Book Title: Jain Dharm Sar Sandesh
Author(s): Kashinath Upadhyay
Publisher: Radhaswami Satsang Byas

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Page 386
________________ सन्दर्भ ग्रन्थ अनगारधर्मामृत, खूबचन्द शोलापुर प्रकाशन,1927 अमितगति, आचार्य, तत्त्वभावना या बृहत् सामयिक पाठ, ब्रह्मचारी सीतल प्रसाद जी (टीकाकार), सूरत: मूलचन्द किसनदास कापड़िया, 1930 अमृतनादोपनिषद् अमृताचार्य, पुरुषार्थसिद्धयुपाय, हिन्दी भाषा टीकाकार और सम्पादक–नाथूराम प्रेमी, परमश्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई, 1915 अमृताशीति अलंकार चिन्तामणि, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन आचारसार आचारांग सूत्र, हरमन जैकोबी (अँगरेज़ी अनुवादक), सेक्रेड बुक ऑफ़ दि ईस्ट सीरिज़, अंक 22, पुनर्मुद्रण, दिल्ली: मोतीलाल बनारसीदास, 1964 आत्माराम जी महाराज, श्री जैनतत्त्व कलिका विकास, तृतीय संस्करण, लुधियाना : आत्मज्ञान-श्रमण-शिव आगम प्रकाशन समिति, 2004 उत्तराध्ययन, भाग 27, हरमन जैकोबी (अंगरेजी अनुवादक), सेक्रेड बुक्स ऑफ दि ईस्ट सीरिज़, अंक 42, पुनर्मुद्रण, दिल्ली : मोतीलाल बनारसीदास, 1964 ऋगवेद ऋषिभासित एपिग्राफ़िका इंडिका कबीर साखी-संग्रह, भाग 1 और 2, दसवीं बार, इलाहाबादः बेलवीडियर प्रिंटिग वर्कस, 1996 कल्पसूत्र कार्तिकेयानुप्रेक्षा, राजचन्द्र ग्रन्थमाला, 1960 385

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