Book Title: Jain Dharm Sar Sandesh
Author(s): Kashinath Upadhyay
Publisher: Radhaswami Satsang Byas

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Page 362
________________ 361 सन्दर्भ सूची अध्याय 6 1. कुन्थुसागर जी महाराज, श्रावक प्रतिक्रमणसार, संशोधित तृतीय संस्करण, शिखरचन्द्र कपूरचन्द जैन, जबलपुर, 1957 पृ.21 2. पण्डित टोडरमल, मोक्षमार्ग प्रकाशक, सम्पादक-हुकमचन्द भारिल्ल, दशम संस्करण, सत्साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग, जयपुर, 1989, पहला अधिकार पृ.5 3. हुकमचन्द भारिल्ल, तीर्थंकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ, चतुर्थ संस्करण, श्री वीतराग-विज्ञान साहित्य प्रकाशन, आगरा, 1975, पृ. 120-121 4. वही, पृ. 133 5. वही, पृ. 127 6. गणेशप्रसाद वर्णी, वर्णी-वाणी, प्रथम भाग, सम्पादक-नरेन्द्र विद्यार्थी, पंचम संस्करण, श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, 1968, पृ.91 # 1 7. अमितगति आचार्य, तत्त्वभावना, टीकाकार-ब्रह्मचारी सीतलप्रसाद, मूलचन्द किसनदास कापड़िया, सूरत, 1930, पृ. 268 8. हुकमचन्द भारिल्ल, तीर्थकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ, पृ. 149 9. वही, पृ. 130 10. पण्डित टोडरमल, मोक्षमार्ग प्रकाशक, सम्पादक-हुकमचन्द भारिल्ल, दशम संस्ककरण, सत्साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग, जयपुर, 1989,पहला अधिकार, पृ. 10 11. हुकमचन्द भारिल्ल, तीर्थंकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ, पृ. 129-130 12. आचार्य श्री कुन्थुसागर जी महाराज, सुधर्मोपदेशामृतसार, श्री आचार्य कुन्थुसागर ___ग्रंथमाला, सोलापुर 1940, पृ. 49 13. शुभचन्द्राचार्य, ज्ञानार्णव, हिन्दी अनुवादक-पन्नालाल बाकलीवाल, श्रीपरम श्रुतप्रभावक मंडल, बम्बई, 1927, 42. 33-34, पृ. 437 14. हरिलाल जैन, वीतराग विज्ञान, भाग 2, दौलतरामजी रचित छहढाला की द्वितीय ढाल पर कानजी स्वामी के प्रवचन, श्री दि. जैन स्वाध्याय मन्दिर ट्रस्ट, सोनगढ़, 1971, पृ. 90. 15. शुभचन्द्राचार्य, ज्ञानार्णव 2.1.22, पृ. 20 16. आचार्य कुन्थुसागर जी महाराज, श्रावक प्रतिक्रमणसार, तृतीय संस्करण, शिखरचन्द्र कपूरचन्द जैन, जबलपुर, 1957, श्लोक 80, पृ. 90-91. 17. आचार्य कुन्थुसागर जी महाराज, सुधर्मोपदेशामृतसार, श्री आचार्य कुन्थुसागर ग्रन्थमाला, सोलापुर, 1940, श्लोक 68-69 पृ. 50 18. पन्नालाल जैन-सम्पादक, राम कथा, पद्यानुवाद लेखक-पण्डित श्री गुणभद्र जी जैन, जैन साहित्य प्रकाशन,नयी दिल्ली, 1970, पृ. 306

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