Book Title: Itihas ki Dharohar evam Karm Prashnottari Author(s): Pragunashreeji, Priyadharmashreeji Publisher: Pragunashreeji Priyadharmashreeji View full book textPage 4
________________ जिनशासन वन्दन हा अणगार GIRGIR प. पू. कलिकाल-कल्पतरु, युगवीर पंजाब केसरी. आचार्यदेव श्रीमद् वल्लभसूरीश्वरजी म. सा. प. पू. राष्ट्रसन्त शान्तमूर्ति, समतायोगी, श्रीमद् विजय समुद्रसूरीश्वरजी म. सा. परमारक्षत्रियोद्धारक, चारित्र-चूड़ामणि श्रीमद् विजय इन्द्रदिन्नसूरीश्वरजी म. सा. प. पू. पंजाब देशोद्धारक, आचार्यप्रवर श्रीमद् विजयानन्दसूरीश्वरजी म.सा. प. पू. गच्छाधिपति, शान्तिदूत श्रीमद् विजय नित्यानन्दसूरीश्वरजी म. सा. प. पू. तपचक्रवर्ती, तपस्वी-सम्राट, वचनसिद्ध, योगीराज, श्रीमद् विजय वसन्तसरीश्वरजी म. सा. (AIA श्री रतनचन्द, राजेन्द्रकुमार, राजेशकुमार जैन राजा कलेक्शन, लुधियाना (पंजाब)Page Navigation
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