________________
441
१९.
संदर्भ अनुक्रमणिका १२. वही, पृ.१५७ १३. जैनशतक, भूधरदास, ३२-३३, छहढाला-बुधजन प्रथमढाल, १४. मनमोदनपंचशती, २१६, हिन्दी पद संग्रह, पृ. २३९, पृ. १९४, पृ. २५२
पृ. २११ १५. पाण्डे रूपचन्द, गीतपरमार्थी, परमार्थ जकड़ी संग्रह, जैन ग्रन्थ रत्नाकर
कार्यालय, बम्बई।
हिन्दीजैन भक्ति काव्य और कवि, पृ. १२८ १७. वही, पृ. १६३, मंदिर ठोलियान, जयपुर का गुटका नं. ११०, पृ. १२०
पद्य ५ वां।
जैन भक्ति काव्य और कवि, पृ. २९५ ब्रह्मविलास, मधुबिन्दुक चौपाई; छीहल का पन्थी गीत भी देखिये जोजयपुर के दीवान बधीचन्द्रजी के मंदिर में, गुटका नं. २७, वेष्टन नं. ९७३ में
सुरक्षित है। २०. हिन्दी जैन भक्ति काव्य और कवि, पृ.१०० २१. हिन्दी पद संग्रह, पृ. १५२, भूधर पद संग्रह, जिनवाणी प्रचारक कार्यालय
कलकत्ता। २२. हिन्दी जैन भक्ति काव्य और कवि, पृ.१०५ उदरगीत, दीवान बधीचन्द्रजी
का मंदिर, जयपुर गुटका नं.२७, वैष्टन नं. ९७३। २३. हिन्दी पद संग्रह पृ, १५८, बनारसीविलास, प्रास्ताविक फुटकर कविता, १२ २४. ब्रह्मविलास, शतअष्टोत्तरी, ४६, पृ. १८ २५. जैनशतक, २०, पृ.९ २६. दौलतजैन पद संग्रह, पृ.११ पद १७ वां २७. ब्रह्मविलास, शतअष्टोत्तरी, १०३ २८. ब्रह्मविलास, परमार्थ पद पंक्ति १। २९. दौलत जैन पद संग्रह, १७ ३०. अध्यात्म पदावली, पद ४, पृ. ३४० ३१. हिन्दीजैन भक्ति काव्य और कवि, पृ. २९४