Book Title: Ghar ko Kaise Swarg Banaye
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 132
________________ यही बात मैं आप लोगों से कहना चाहूँगा कि व्यक्ति के रंग पर न जाएँ, उसकी ग़रीबी का मज़ाक न बनाएँ क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री भी अत्यंत गरीबी में पैदा हुए थे। हमारे वर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी गरीब घर में जन्मे थे। ग़रीबी जीवन के विकास में बाधक नहीं बनती। इसलिए मैं कहूँगा कि करोड़पति का बेटा अगर करोड़पति है तो क्या ख़ासियत? हाँ, ग़रीब का बेटा करोड़पति हो गया तो यह उसकी विशिष्टता है। वह बधाई का पात्र है, क्योंकि अपने बलबूते पर उसने यह मुकाम हासिल किया है। तुम ख़ुद कुछ बने, यह तुम्हारी योग्यता की तारीफ़ है। सकारात्मक सोचें। सुबह उठकर सोचें कि आज मैं यह कर सकता हूँ, बिल्कुल कर सकता हूँ। मैं ख़ुशनसीब हूँ। मैं वह सब काम कर सकता हूँ जो कि कोई दूसरा कर सकता है। बस, मुझे थोड़ी मेहनत करके काम का तजुर्बा लेना होगा। आपको यह भी सकारात्मक सोच विकसित करनी चाहिए कि मैं किसी से कम या कमज़ोर नहीं हूँ। मेरा यह फैसला है कि मैं भयमुक्त, चिंतारहित और तनाव विहीन जिंदगी जीऊँगा। ध्यान रखिए मनुष्य जैसा सोचता है, वैसा ही बन जाता है। अपनी सोच में साहस और आत्मविश्वास को जगह दीजिए, आपके जीवन में हर परिस्थिति का सामना करने का सामर्थ्य ख़ुद ही आ जाएगा। किसी कम्पनी में से एक कम्प्यूटर ऑपरेटर को निकाल दिया गया। वह बोला, 'मैं आराम से अपना इस्तीफा दे देता हूँ, क्योंकि यहाँ रहकर छल, कपट, प्रपंच, झूठ का सहयोगी नहीं हो सकता।' जब वह जाने लगा तो मैनेजर ने कहा, 'तुम तो ऐसे नौकरी छोड़कर जा रहे हो जैसे अमेरिका कमाने जा रहे हो। तुम्हारे लिए क्या नौकरी तैयार पडी है?' बिल्कुल सर, 'जब मैंने कल इस्तीफ़ा देने के बारे में सोचा था तो यही निर्णय किया कि यहाँ से मैं अमेरिका ही जाऊँगा।' 'अमेरिका! अरे वहाँ पर तुम्हें रखेगा कौन?' उसने कहा, 'प्रश्न यह नहीं है कि वहाँ मुझे कौन रखेगा, सवाल यह है कि वहाँ मुझे रखने से कौन इन्कार करेगा? मेरी योग्यता मेरे जीवन का धन और प्रतिष्ठा है।' आप कहाँ रहते हैं, इससे अधिक मूल्यवान है आप अपनी प्रतिभा का मूल्यांकन करते हैं या नहीं। आपके आँखे हैं या नहीं, इससे भी ज़्यादा महत्त्वपूर्ण यह है कि आपमें, आपके पास उजाला है या नहीं! अगर अपनी योग्यता कम 131 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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