________________ अपने बच्चों को कार नहीं, संस्कार दीजिए। घर में प्यार के ऐसे पौधे लगाइए, जिनसे हँसी-खुशी के ढेर सारे फूल खिलें। 'घर को कैसे स्वर्ग बनाएं' पुस्तक पूज्य श्री चन्द्रप्रभ के वे प्यारे और रसभीने प्रवचन हैं, जो हमारे घर-परिवार के माहौल को हर तरह से खुशनुमा बनाते हैं। ईंट, चूने, पत्थर से मकान का निर्माण हो सकता है, पर घर-परिवार का निर्माण जिन चीजों से होता है, यह पुस्तक हमारे सामने उन्हीं सब बातों को पेश करती है। श्री चन्द्रप्रभ कहते हैं कि अपने घर का माहौल इस तरह बनाएं कि आपकी हर सुबह ईद हो, हर दोपहर होली हो और हर रात दीवाली हो। पिता के चेहरे में सदा ईश्वर के दर्शन करें और मां के चरणों में स्वर्ग का आनंद लें। अपने घर को अपना मंदिर समझें और उसका स्वरूप उतना ही पवित्र एवं खुशनुमा रखें, जितना कि आप परमपिता परमेश्वर के मंदिर का रखना पसंद करते हैं। ___ यह बेहतरीन पुस्तक हमारे घर-परिवार को खुशनुमा बनाती है, हमारे रिश्तों को एक नई मिठास देती है, बच्चों का भविष्य संवारती है, जवानी में सफलता का विश्वास दिलाती है और बुढ़ापे की सार्थकता के दमदार गुर सिखाती है। यह पुस्तक अपने आपमें घर के आंगन में खिला हुआ वह कल्पवृक्ष है, जिसकी छाया में आप अपने घर का माहौल स्वर्ग जैसा सुखदायी बना सकते हैं। ISBN 978-81-310-1470-7 मनोज पब्लिकेशन्स 97881310014707 / / Rs80 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org