Book Title: Epigraphia Indica Vol 26
Author(s): Hirananda Shastri
Publisher: Archaeological Survey of India

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Page 334
________________ No. 35 ] RATANPUR STONE INSCRIPTION OF THE (KALACHURI] YEAR 915 261 16 चरे स[]र । येनाक्रम्य ज[टेख]री' रिपुटप[:] [क्रू]र --- --- -- - --- -- --- ---- [१६॥*] - -- - -- [रितमः] स्तोमे सहस्रद्युतिः प्रद्युम्नः प्रमदाजने [सुरगुरुः सम्यग्गिरां निर्सये ॥(1) 17 विख्या[तो व(ब)]लिवैरिव(ब)न्धनविधी कृष्णो न कृष्णद्युतिः - - - - - - u-uuu-----v _ [291*] – -ucu -~-~- दधानः सत्त्वप्रियो घनरसप्रकराभिरामः । लब्धो(ब्धो)वतिः प्रभुतयाऽखिलवाहि18 नौनां रत्नाकरीयमपि नाश्रयदो जडानाम् ॥१८॥ ये लीला - - - vu--- -- ----uv-u-uuu --- -- - । ये रामोडतसे तुवं(ब)धरुचिरा यस्य प्रचे तःपुरी नारोनाभिनिपीतसिन्धुपय19 स: कोल् धरान्ताः श्रिताः ॥१८॥ यद्पालोकनोत्कागत[वरललनावकपंकेरहाण'] ------- [द्रविणवितरणे याचकानां निकाये । भिक्षा दानाय चास्महुवनमयमितीवामरौधैः प्रणुत्तो रक्षायै हाट20 काटेस्तटभुवमनिशं भास्करो वं(ब)भ्रमीति ॥२०॥ प्रानौते तलहारिमण्डलवराच्छी. कोशल[स्वा][मिना*] [पृथ्वी देवानरेखरेण परमप्रेम्णा गुणानां निधौ । हस्तन्यस्त कपाणपा[त]निहतप्रत्यर्थिपृथ्वीपती यस्मिन्नराज्यधुरं । समयं परमा लब्धा(ब्धा) मनोनिवृतिः ॥२१॥ वाता[न्दोलित] -[ज?] स(श)तदलप्रा लयवि(बिंदूपमा लक्ष्मी -८८ - - विलसितप्रायाञ्चसावस्थितिम् । [खद्योतोन्मि]षितानुकारमवनीच[a] नृणां यौव[नं] - -5 [पार्जितभूरिभूति22 रभजद्यो धर्ममेवादृतः ॥२२॥ कुर्बाणाभिर्जग ८ ---- सप्ताश्व सप्ते[:] खेदखेदं पवनविचलवैजयन्तीभिराभिः । तेनो - - प्रचुरकुमुदामोदिदिक्वाकवाले मलालेऽस्मिन् लवलधवलं धूर्जटे[ी]म चक्रे ॥२३॥ उ 1 This historically important name is missing in the Ratanpur MS. which reads instead yudh-arvad (?) ripu. aripa! Aurangabadkar's account also makes no mention of this king vanquished by Brahmadera. The Ratanpur MS. reads the last pada of this verse as fyāma yasya cha karnika kharatará süla yao nirm. lum. This may be adopted, but karnika, in the sense of an arrow, is neuter. Perhaps iyama yasya kriparika is the correct reading. • The aksharas in th bracket are supplied from the Ratanpur MS. They have left faint traces on the slab. * This royal name is missing in the Ratanpur M$. It is fairly clear on the original stone. -Restore laury-5. "Restore tphulla-.

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