Book Title: Enjoy Jainism
Author(s): Kalyanbodhisuri
Publisher: K P Sanghvi Group

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Page 42
________________ Jain Education Intemational मेरे भगवान संस्कार धन ।। अरिहंतो मह देवो || inemisp l ansserspnaser.only CONndapiyserenc.DASS Bipisodpyrls मेरे भगवान का नाम अरिहंत परमात्मा है। मेरे भगवान को सारी दुनिया का ज्ञान होता है। मेरे भगवान समस्त दोषों से मुक्त होते हैं। मेरे भगवान में अनन्त गुण होते हैं। मेरे भगवान की सेवा देवलोक के इन्द्र भी करते हैं। मेरे भगवान दान, शील, तप और भाव धर्म लोगों को बताते हैं। मेरे भगवान लोगों को मोक्ष का रास्ता बताते हैं। मेरे भगवान दुःखमय संसार को बनाते नहीं हैं। मेरे भगवान परम दयालु होते हैं। मेरे भगवान जन्म जरा मरण रोग शोकादि दुःखों से मुक्त होकर मोक्ष में गये हैं। मेरे भगवान सब जीवों का कल्याण करते हैं। ऐसे परम उपकारी, परम दयालु, अनन्त गुणमय भगवान का प्रतिदिन दर्शन, पूजन, स्मरण और आज्ञापालन करने से हम सब दुःखों से मुक्त हो सकते हैं। www.jainelibrary.org

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