Book Title: Dharmshastra ka Itihas Shabdanukramanika
Author(s): Pandurang V Kane
Publisher: Hindi Bhavan Lakhnou
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२२ • धर्मशास्त्र का इतिहास
धर्माधिकरण ७०४-२२ धर्माधिकारी ७१६ धर्माध्यक्ष ७११ धर्मासन ७०४-२२ धान्य दुर्ग ६६३ धान्वन ६६३ धारेश्वर १०८ धतिमित्र ७२४ ध्वजाहत ८५६ ध्वजिनी ६८०
नगर ६६५ नगरश्रेष्ठी ६४४ नन्द पण्डित १४ नन्दी ५८० नय ५८२, ६८६ नय-स्रोत ६८६ नरमेध १००६ नक्षत्र पूजा ६७८ नागरक ६४७, ७७० नानाघाट अभिलेख ६०६ नापित ६५० नाभानदिष्ट ८४८ नामकरण ६८० नारद ५८६, ६०१, ७२३,
८६५, ०७ नारद-प्रकीर्णक ५६० नारदस्मृति ५६३, ६८१ नारायण ७१२ नावध्यक्ष ६४६ नाष्टिक ७६० नित्य द्वचामुष्यायण ८९९ नियुद्ध ६८७ नियोग ८७४-६५, १७ नियोगादिना ८६७ . निरंशक ८६६ निरुक्त ५६०-६५
निर्णय ७२७, ७५७ निर्णयपत्र ७५६ निर्णयसिन्धु ८३८, ६०१-३ निषाद ८६१ निसृष्टार्थ ६३५-३६ निसृष्टि लेख ७२६ निक्षेप ७८०-८६ निक्षेपधारी स्वत्व ८४२ नीति ५८१ नीतिप्रकाशिका ५८०, ६०४ नीतिमयूख ५६८, ६०६ नीतिवाक्यामृत ५६६-६६, ६०० नीतिशास्त्र ५८० नीतिसार ५८१ नीराजना विधि ६६७ नदुर्ग ६६३ नृपशास्त्र ५८० नेता ६५० नैगम ८०५ नैधानी ८१३ नैष्ठिक ६३४, १००७ न्याय-कार्यविधि ७२४ न्यायाधीश ६२४, ७१६ न्यायालय ७२० न्यायवित्समय ८०४ न्यास ७८६
८००-१७,
४१,
पंचतन्त्र ५८८ पंचविश ७४७ पंचारूढ ७२६ पण ६३३, ८३४ पण्डित राव ६२४ पण्य ८०६ पतञ्जलि ६६६ पतनीय ८६६ पतित ८६६, ६१८ पत्नीभाग ८६४, ८७
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